गाजीपुर
कबड्डी प्रतियोगिता का समापन समारोह संपन्न

बहरियाबाद (गाजीपुर) जयदेश। तीन दिवसीय मलिक तवक्कल कप कबड्डी प्रतियोगिता 2025 का आयोजन ग्राम पंचायत बीरभान, मलिकनगांव स्थित पंचायत भवन के पास खेला गया। इस अवसर पर कबड्डी प्रतियोगिता का उद्घाटन नसीम अहमद, पूर्व ग्राम प्रधान बीरभान ने किया। यह कबड्डी प्रतियोगिता तीन दिन तक पूरे उत्साह के साथ रात्रिकालीन बेला में चला। इस प्रतियोगिता को देखने के लिए क्षेत्र के तमाम गांवों के खिलाड़ियों एवं दर्शकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यह कबड्डी प्रतियोगिता ग्रामीण क्षेत्रों के लिए वरदान साबित हुई।
कबड्डी प्रतियोगिता के समापन समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में संदीप सिंह सोनू ने खिलाड़ियों एवं दर्शकों का उत्साह बढ़ाते हुए बताया कि इस तरह का आयोजन समय-समय पर करने से ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभावान खिलाड़ियों का हौसला बुलंद होता है। कबड्डी का खेल भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक अभिन्न अंग है।
कबड्डी को “मिट्टी का खेल” कहा जाता है क्योंकि यह सदियों से भारतीय गांवों में खेला जा रहा है। यह खेल शारीरिक शक्ति, रणनीति, फुर्ती और टीम भावना का अद्भुत संगम है। इसका इतिहास प्राचीन है, और माना जाता है कि इसकी जड़ें महाभारत काल में भी मिलती हैं, जब अभिमन्यु ने “चक्रव्यूह” में प्रवेश करने की रणनीति का उपयोग किया था। गांवों में कबड्डी के लिए किसी विशेष उपकरण या महंगे मैदान की आवश्यकता नहीं होती। इसे किसी भी खुले मैदान, खेत या गांव की चौपाल पर आसानी से खेला जा सकता है। यह ग्रामीण युवाओं के लिए मनोरंजन और शारीरिक फिटनेस का एक प्रमुख साधन है। यह खेल युवाओं को एक साथ लाता है, जिससे उनमें भाईचारा और सहयोग की भावना बढ़ती है।
“खेलो इंडिया” जैसी सरकारी योजनाओं ने ग्रामीण क्षेत्रों में कबड्डी जैसे पारंपरिक खेलों को बढ़ावा दिया है। इन योजनाओं के तहत गांवों में खेल के मैदान बनाए जा रहे हैं और युवा प्रतिभाओं को पहचान कर उन्हें पेशेवर मंच देने का प्रयास किया जा रहा है।
फाइनल मैच चिलबिलिया और हुसैनपुर में कांटे का टक्कर रहा, जिसमें चिलबिलिया को विजेता घोषित किया गया और हुसैनपुर को उप-विजेता घोषित किया गया। विजेता एवं उप-विजेता खिलाड़ियों को कमेटी की तरफ से इनाम वितरण किया गया।
समापन समारोह में मुख्य रूप से अब्दुल वाजिद अंसारी, पप्पू भैया, पल्टू राम (वर्तमान ग्राम प्रधान), नसीम अहमद (पूर्व प्रधान), सतीश चौहान (वर्तमान ग्राम प्रधान तीसड़ा), सफाउद्दीन सिद्दीकी, जलालुद्दीन सिद्दीकी, सिराज अहमद, शिवपूजन यादव, ताबिश, अब्दुल्ला, रामजी यादव सहित तमाम क्षेत्रों के दर्शक एवं खिलाड़ी मौजूद रहे।