वाराणसी
ऐतिहासिक तालाब के नाम का बोर्ड लगाने के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
ऐतिहासिक व पौराणिक दूधिया तालाब अपने नाम के अभाव में खो रहा अपना अस्तित्व- मयंक कुमार
वाराणसी,रोहनिया| काशी क्षेत्र के रोहनिया निवासी मयंक कुमार ने ग्राम देऊरा पंचकोशी मार्ग पर स्थित ऐतिहासिक व पौराणिक दूधिया तालाब के नाम का बोर्ड लगाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार व पर्यटन विभाग को लिखित पत्र के माध्यम से तालाब के नाम का बोर्ड लगवाने की मांग की है। मयंक बताते हैं कि जिस पंचकोशी मार्ग पर यात्री चलकर पंचकोश करते हैं। उसी पंचकोशी मार्ग पर एक विशाल ऐतिहासिक व पौराणिक तालाब स्थित है। जिसका नाम दूधिया तालाब है। गांव के ही बड़े बुजुर्ग बताते हैं कि एक समय में इस प्राचीन तालाब का पानी बिल्कुल सफेद दूध की तरह था। जिसकी वजह से इसका नाम दूधिया तालाब पड़ गया। दुधिया तालाब से सटे प्राचीन हनुमान मंदिर तथा उन्मत्त भैरव प्राचीन मंदिर स्थित है। दुधिया तालाब के किनारे एक विशाल काय पीपल का वृक्ष तथा प्राचीन कुँवा भी स्थित है। लेकिन ऐसे ऐतिहासिक प्राचीन तालाब के नाम का बोर्ड लगवाने की जद्दोजहद आज तक किसी ने नहीं की। जबकि ऐसे प्राचीनतम दूधिया तालाब जिसका इतिहास में भी वर्णन है। एक ऐसा तालाब जो अपने अंदर ना जाने कितने रहस्य को छुपा बैठा है। आज वह खुद अपने नाम अस्तित्व के लिए तरस रहा है। तो आज के समय में ऐसे प्राचीन तालाब अपने नाम के अभाव में अपने अस्तित्व को कहीं न कहीं खोते जा रहे हैं। मयंक ने यह भी बताया कि बड़े-बड़े मीडिया अखबारों की सुर्खियां बन चुका दूधिया तालाब कहीं न कहीं आज भी अपने अस्तित्व को तलाश कर रहा है। और सिर्फ अखबारो की हेडलाइंस तक ही सीमित रह गया है। जबकि इस पंचकोशी मार्ग से होते हुए बड़े-बड़े राजनीतिक पार्टीयो के नेताओं का काफिला गुजरता है। तो भी आज तक किसी भी नेता का ध्यान इस प्राचीन तालाब के नाम को लेकर आकर्षित नहीं हुआ। या यूं कह ले कि उन्होंने यह जानने की कभी इच्छा ही नहीं जाहिर की कि इस प्राचीन तथा पौराणिक तालाब का नाम क्या है। और अभी तक इस तालाब के नाम का बोर्ड स्थापित क्यों नहीं किया गया है। अब ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आज तक पर्यटन विभाग इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया। और आगे यह भी देखना है, की आईजीआरएस के माध्यम से लिखित शिकायत करने के बाद पर्यटन विभाग द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है। और इस प्राचीन तालाब को लेकर अधिकारी कितना सक्रिय होते हैं।