चन्दौली
एसपी की सख्ती के बाद हरकत में आयी अलीनगर पुलिस, ग्राम प्रधान सहित चार पर मुकदमा दर्ज

पीडीडीयू नगर (चंदौली)। अलीनगर थाना क्षेत्र के अमोघपुर गांव में विवादित जमीन की नापी के दौरान हुए मारपीट प्रकरण में पुलिस ने ग्राम प्रधान सुनील चौहान समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के हस्तक्षेप के बाद देर रात की गई, जबकि इससे पहले स्थानीय पुलिस मामले को पंचायत के जरिए रफा-दफा करने की कोशिश में लगी रही।
पीड़ित धर्मेंद्र, निवासी अमोघपुर ने पुलिस को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि ग्राम प्रधान सुनील चौहान का मुख्य व्यवसाय विवादित जमीनों की प्लाटिंग कर बेचना है। बीते दिनों उन्होंने एक विवादित भूमि की नापी कराने के लिए बिना किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति के लेखपाल को बुलाकर कार्य शुरू करवा दिया। जब इसका विरोध किया गया, तो सुनील चौहान के साथियों रामबली चौहान, मुरली चौहान, बेबी और विक्की (पुत्री मुरली चौहान) ने धर्मेंद्र और उसकी मां पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया।
इस हमले में धर्मेंद्र की मां को सिर और आंख में गंभीर चोटें आई हैं। घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई करने में टालमटोल की, और पंचायत के जरिए समझौता कराने का प्रयास करती रही। पीड़ित जब न्याय के लिए पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के पास पहुंचा, तब जाकर अलीनगर पुलिस हरकत में आई और रात में एफआईआर दर्ज की गई।
जानकारी के अनुसार, ग्राम प्रधान सुनील चौहान पर पहले से भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उन पर पहले भी कोरोना लॉकडाउन के दौरान जीत के बाद समर्थकों के साथ जुलूस निकालने के आरोप में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। उनके ऊपर तहसील कर्मियों की मिलीभगत से विवादित जमीनों की खरीद-बिक्री का आरोप भी लगा है।
इस मामले में पुलिस विभाग की निष्क्रियता और प्रधान की मजबूत पकड़ पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि “किसी भी अपराध में शामिल व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कोई भी हो। ग्राम प्रधान के खिलाफ सभी पुराने मामलों की भी जांच कराई जाएगी, और यदि थाना स्तर से उन्हें संरक्षण मिला है, तो उसमें भी कार्रवाई की जाएगी।”