वाराणसी
एमसीएच विंग के आईवीएफ सेंटर में अल्ट्रासाउंड की सुविधा नदारद

वाराणसी। पाँच साल पहले 40 करोड़ रुपये की अधिक लागत से तैयार बीएचयू अस्पताल का मातृ-शिशु (एमसीएच) विंग अब भी अधूरा साबित हो रहा है। रोज़ाना यहाँ ओपीडी में आने वाली 400 से अधिक गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं मिल पा रही है। मजबूरी में उन्हें 400 मीटर दूर जाकर जांच करानी पड़ती है। यही हाल जिला अस्पताल के एमसीएच विंग का भी है, जहाँ प्रतिदिन करीब 200 महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिए अन्यत्र जाना पड़ता है।
मिली जानकारी के मुताबिक, बीएचयू एमसीएच विंग के भूतल पर पर्चा बनाने और खून की जांच की सुविधा तो है, लेकिन अल्ट्रासाउंड की कोई व्यवस्था नहीं है। ऊपरी तल पर बना आईवीएफ सेंटर भी केवल ढांचा बनकर रह गया है—उपकरण तक नहीं हैं। वहीं, प्रस्तावित मदर मिल्क बैंक भी अभी शुरू नहीं हो सका।
गर्भवती महिलाओं को जांच के लिए अस्पताल के अन्य विभागों में भटकते देखा गया। कई 8–9 माह की गर्भवती महिलाएं लंबा सफर तय कर अल्ट्रासाउंड कराने गईं।
इस मामले में सीएमओ डॉ. संदीप चौघरी ने कहा कि बीएचयू और जिला अस्पताल के एमसीएच विंग में अल्ट्रासाउंड सुविधा जल्द उपलब्ध कराने के लिए संबंधित अधिकारियों से बात होगी और शासन के निर्देश पर आवश्यक संसाधन मुहैया कराए जाएंगे।