वाराणसी
एनीमोटल शेल्टर परिसर में आरोग्य वाटिका का भव्य शुभारंभ

औषधीय पौधों से होगा पर्यावरण समृद्ध
वाराणसी। हरहुआ स्थित ग्राम कृष्णपुर खुर्द के एनीमोटल शेल्टर परिसर में एनीमोटल केयर ट्रस्ट और आरोग्य भारती काशी प्रांत के संयुक्त प्रयास से “आरोग्य वाटिका” का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर परिसर में 25 से अधिक प्रकार के औषधीय और मसालों के पौधों का रोपण किया गया, जिनमें ब्राह्मी, अश्वगंधा, शतावरी, पिप्पली, अपराजिता, चिरायता, घृतकुमारी, तेजपत्ता, इलायची, हींग आदि प्रमुख हैं।कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. चंद्रमौली उपाध्याय ने किया।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि वनस्पति और जीव-जंतुओं की सेवा ईश्वर सेवा के समान है और इनका संरक्षण पर्यावरण संतुलन के लिए अनिवार्य है। एनीमोटल ट्रस्ट की अध्यक्ष सुदेशना बसु ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह पहल स्वास्थ्य और प्रकृति दोनों की रक्षा में सहायक सिद्ध होगी। वैद्य ध्रुव अग्रहरी ने उपस्थित लोगों को इन औषधीय पौधों के गुणों और घरेलू उपयोगों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
आरोग्य भारती काशी प्रांत के अध्यक्ष डॉ. इंद्रनील बसु ने लोगों से आग्रह किया कि वे अपने घरों में भी औषधीय पौधे लगाकर स्वयं का और पर्यावरण का कल्याण करें।समाजसेवी कपिल नारायण पाण्डेय ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एक पेड़ काटने पर दस नए पेड़ लगाना समाज की नैतिक जिम्मेदारी बननी चाहिए। कार्यक्रम में प्रयुक्त औषधीय पौधे केंद्रीय कारागार, वाराणसी से प्राप्त हुए, जिन्हें वहां के बंदियों द्वारा तैयार किया गया था।
यह पहल पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ पुनर्वास की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।इस अवसर पर परिसर में आम, चीकू, बेल, लीची जैसे फलदार वृक्ष भी लगाए गए। वृक्षों की सुरक्षा के लिए 10 ट्री गार्ड लगाए गए हैं और उनकी देखरेख हेतु एक स्थायी माली की नियुक्ति की गई है।
कार्यक्रम में सीए बृजेश जायसवाल, सीए कमलेश अग्रवाल, एनीमोटल के संचालक संदिलीप सेनगुप्ता, उद्यमी बी.एन. दुबे, श्री बेन जॉन, श्री विश्वजीत सिंह, श्री संजीव श्रीवास्तव समेत अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।