वाराणसी
एक्टिंग मेरे लिए मोक्ष प्राप्ति का साधन : आशुतोष राणा
वाराणसी। शनिवार को रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, सिगरा में “काशी साहित्य कला उत्सव” कार्यक्रम में फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा काशीवासियों के बीच मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। काशी के लोगों ने हर हर महादेव के उद्घोष के साथ उनका स्वागत किया अपने स्वागत से अभिभूत होकर उन्होंने इसे अपने जीवन का सबसे अच्छा एक्सपीरियंस बताया।

सनबीम स्कूल के बच्चों ने ‘शिव तांडव’ एवं ‘कदम तो राखो काशी में’ जैसे गीत पर शानदार प्रस्तुति दी जिसे देखकर हाल में उपस्थित दर्शकों समेत आशुतोष राणा भी गदगद हो गए। हालांकि कार्यक्रम के दौरान प्रशंसकों द्वारा सेल्फी एवं ऑटोग्राफ लेने की वजह से आशुतोष राणा थोड़े असहज हो गए थे, लेकिन उन्होंने किसी को निराश नहीं किया।

कार्यक्रम के दौरान आशुतोष ने दर्शकों को जीवन जीने के मूल मंत्र बताएं और बच्चों को नैतिक शिक्षा देने के बारे में भी जागरूक किया। अपने बच्चों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि, मैं सिर्फ अपने बच्चों की आवश्यकता ही पूरी करता हूॅं, ज़रूरतें नहीं। यदि आप अपने बच्चों की ज़रूरतें पूरी कर देंगे तो बड़े होने के बाद उनकी कोई जरूरत होगी ही नहीं, ऐसे में उनका कोई कैरियर लक्ष्य निर्धारित भी नहीं हो पाएगा। आप अपने बच्चों को सपने देखने की स्वतंत्रता दीजिए और एक अभिभावक के तौर पर हमेशा उनका मार्गदर्शक बनिए। मेरी जिंदगी में मां और मेरे गुरु का अहम योगदान है जिनके वजह से आज मैं इस मुकाम पर हूॅं।

इस दौरान उन्होंने अपने बचपन के खट्टे-मीठे पलों को दर्शकों से साझा किया। इसके अलावा उन्होंने ए.आई, डिप्रेशन, मित्रता, करियर, आदि जैसे विचारों को व्यक्त किया। वीर रस एवं भक्ति रस की कविताओं को सुना कर उन्होंने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

