गाजीपुर
उमर अंसारी की गिरफ्तारी पर सियासी घमासान

मुस्लिम हमदर्दी की होड़ में सपा-कांग्रेस आमने-सामने
गाजीपुर। माफिया डॉन महरूम मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी की गिरफ्तारी ने उत्तर प्रदेश की सियासत को गरमा दिया है। गिरफ्तारी के बाद अब कांग्रेस और समाजवादी पार्टी इस मुद्दे को भुनाने में जुट गई हैं। दोनों दल मुस्लिम वोट बैंक को अपने पक्ष में करने की मंशा से हमदर्दी दिखा रहे हैं और सरकार पर तीखे हमले कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उमर अंसारी के मसले को लेकर योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार झूठे मुकदमों का सहारा लेकर जनता का ध्यान बेरोजगारी और महंगाई जैसे असली मुद्दों से भटका रही है।
वहीं, कांग्रेस भी इस मौके को हाथ से जाने नहीं देना चाहती। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने उमर अंसारी की गिरफ्तारी को “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है। इतना ही नहीं, यूपी कांग्रेस के संगठन महामंत्री अनिल यादव ने योगी सरकार को खुलकर मुस्लिम विरोधी बताया। उनका कहना है कि प्रदेश में मुस्लिमों के साथ-साथ दलितों और पिछड़ों का भी उत्पीड़न हो रहा है।
अनिल यादव ने यह भी दावा किया कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस इस अन्याय के खिलाफ सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ रही है। सियासी बयानबाज़ी से साफ है कि 2027 के चुनावी रण में मुस्लिम वोटरों को साधने की जंग अभी से तेज़ हो चुकी है। उमर अंसारी की गिरफ्तारी इस जंग का नया मोर्चा बन चुकी है।