गाजीपुर
इन गलतियों से टूट सकता है रोजा
बहरियाबाद (गाजीपुर)। रमजान का महीना इबादत और संयम का प्रतीक है, जिसमें रोजा रखना एक महत्वपूर्ण धार्मिक कर्तव्य माना जाता है। मुसलमानों को रोजे के दौरान विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए ताकि उनका रोजा न टूटे।
अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर कुछ खाता-पीता है, तो उसका रोजा टूट जाता है। इसी तरह, अगर जानबूझकर उल्टी की जाए, तो भी रोजा टूट जाता है, लेकिन अनजाने में उल्टी होने पर रोजा प्रभावित नहीं होता। रोजे के दौरान शारीरिक संबंध बनाना, सिगरेट, बीड़ी, हुक्का या किसी भी प्रकार का तंबाकू सेवन करना भी रोजा तोड़ सकता है। इसके अलावा, यदि कोई ताकत देने वाला इंजेक्शन लिया जाए या नाक और कान में दवा या तेल डाला जाए, तो भी रोजा टूट जाता है।
हालांकि, भूलवश कुछ खा-पी लेने से रोजा नहीं टूटता, लेकिन जैसे ही याद आए, तुरंत खाना-पीना बंद कर देना चाहिए। थूक निगलने से रोजा प्रभावित नहीं होता, लेकिन जानबूझकर इसे जमा करके निगलना सही नहीं है। यदि मुंह में खून आ जाए, तो उसे थूक देना चाहिए, क्योंकि निगलने से रोजा टूट सकता है।
रोजे के दौरान सहरी में ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें जो धीरे-धीरे पचें और भरपूर मात्रा में पानी पीकर खुद को हाइड्रेट रखें। धूम्रपान, गुस्सा, तनाव और नकारात्मक बातें करने से बचें। इफ्तार के समय खजूर और पानी का सेवन फायदेमंद होता है। सबसे जरूरी बात, इबादत में पूरी तरह ध्यान केंद्रित करें और रोजा न टूटने पाए, इसका पूरा ध्यान रखें।