गोरखपुर
आस्था का केंद्र: बाबा बैजू नाथ धाम की अनोखी महिमा
गोरखपुर। खजनी-सिकरीगंज मार्ग पर, सिकरीगंज चौराहे से पश्चिम दिशा में धनघटा मार्ग पर स्थित प्रख्यात अति प्राचीन बाबा बैजू नाथ धाम की महिमा सचमुच बड़ी निराली है। यह मंदिर लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र है, जहाँ भोलेनाथ साक्षात विराजते हैं और अपने भक्तों के मनोरथ पूर्ण करते हैं।
बेनीमाधव दूबे के अनुसार, यह स्थान कभी घना जंगल था। जंगल में आसपास के लड़के खेलने और गाय चराने आया करते थे। एक दिन एक लड़के ने खुदाई का काम शुरू किया। खुदाई के दौरान उसकी कुदाल किसी कठोर चीज से टकराई, और उसमें से खून की धारा बह निकली। इस चमत्कारिक घटना से लड़के भयभीत होकर घर की ओर भागे, लेकिन उस रात लड़के के परिवार को स्वयं बाबा बैजू नाथ ने स्वप्न में दर्शन दिए।

बाबा ने स्वप्न में आदेश दिया कि मेरा मंदिर बनाकर, पूरी श्रद्धा से पूजा-अर्चना करो, मैं तुम सबका कल्याण करूंगा। इस दैवीय निर्देश के बाद यहाँ पर बाबा का भव्य मंदिर स्थापित किया गया।
आज, बाबा बैजू नाथ के दर्शन और आशीर्वाद के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। यह धाम न केवल एक पूजा स्थल है, बल्कि यह वह पवित्र भूमि है जहाँ भक्तों और भगवान के बीच का अटूट भावनात्मक संबंध हर पल महसूस होता है। सावन और महाशिवरात्रि जैसे पावन पर्वों पर यहाँ भक्तों का तांता लगा रहता है, और बाबा बैजू नाथ का आशीर्वाद लेकर सभी अपने मनोरथ पूर्ण करते हैं।
