वाराणसी
आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा, अस्पतालों की होगी जांच
वाराणसी। जिले में आयुष्मान योजना के तहत फर्जी कार्ड बनाकर इलाज कराने वाले अस्पतालों की जांच की जाएगी। इन अस्पतालों ने फर्जी कार्ड के माध्यम से इलाज करवाने के बाद भुगतान के लिए आवेदन किया था। अब पुराने रिकॉर्ड की जांच कर यह पता लगाया जाएगा कि किन अस्पतालों ने इस फर्जीवाड़े में मिलीभगत की।
हैकरों ने आयुष्मान पोर्टल में सेंधमारी कर सैकड़ों फर्जी कार्ड बनाए थे। इन कार्डों के आधार पर मरीजों का इलाज कराया गया। जांच में संदिग्ध कार्डों को निरस्त कर दिया गया है। अब बीते छह महीनों में बने कार्डों और उनके लाभार्थियों से पूछताछ की जाएगी।
जिले में कुल 12,82,440 लाभार्थियों के कार्ड बनने हैं, जिनमें से 12,23,136 कार्ड बनाए जा चुके हैं। लाभार्थियों को लाभ पहुँचाने के लिए जिले में 28 सरकारी और 204 निजी अस्पताल पंजीकृत हैं।
साचीज और पुलिस की संयुक्त जांच में पुराने इलाज के बिल खंगाले जा रहे हैं। यदि किसी अस्पताल में गड़बड़ी पाई गई, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मई 2025 में भी कई अस्पतालों के खातों में 9.45 करोड़ रुपये फर्जी भुगतान किए गए थे। इस मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) कर रही है। इंप्लीमेंटेशन सपोर्ट एजेंसी (आईएसए) की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है।
डॉ. एनडी शर्मा, अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, वाराणसी ने बताया कि जांच जारी है और फर्जीवाड़े में शामिल अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
