गाजीपुर
आंगनबाड़ी होम टेक खाद्यान्न में बड़ा घोटाला, जखनियां सहित कई तहसीलों में उजागर

गाजीपुर। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी बाल कल्याण योजना ‘आंगनबाड़ी’ में होम टेक खाद्यान्न को लेकर बड़ा घोटाला सामने आया है। जानकारी के अनुसार जिले की लगभग सभी तहसीलों, विशेषकर जखनियां क्षेत्र में, आंगनबाड़ी केंद्रों पर मिलने वाला तीन महीने का चावल और अन्य पोषाहार सामग्री गर्भवती महिलाओं और बच्चों को नहीं मिल पा रही है।
जयदेश समाचार की ग्राउंड रिपोर्टिंग में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि 3 वर्ष, 2 वर्ष और 1 साल तक गांव में राशन नहीं मिला। जब कार्यकर्ताओं ने सवाल किया तो सीडीपीओ और सुपरवाइजर का जवाब था कि खाद्यान्न सरकार की ओर से नहीं भेजा गया। लेकिन स्थानीय स्तर पर व्यापक भ्रष्टाचार की बातें सामने आईं।
सूत्रों के अनुसार, कोटेदारों, सीडीपीओ, सुपरवाइजर और उनके दलालों की मिलीभगत से यह खाद्यान्न पहले ही बाजार में बेच दिया जाता है। कई केंद्रों पर दाल, दलिया जैसी सामग्री भी आधी-अधूरी वितरित होती है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे अपना हिस्सा अलग रखती हैं और शेष आम लोगों में बांटती हैं।
जखनियां की सीडीपीओ ने जयदेश समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ से बातचीत में स्पष्ट कहा कि “हमारे यहां कोटेदार से कोई राशन नहीं आता”, जिससे भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की कोशिश झलकती है।
यह हाल केवल जखनियां ही नहीं, बल्कि गाजीपुर की अन्य तहसीलों का भी है। सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने मांग की है कि इस घोटाले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ वंचित बच्चों और महिलाओं तक पहुंचे।