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वाराणसी

असफलता ही सफलता की बुनियाद होती है – प्रवीन कुमार श्रीवास्तव

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वाराणसी: सारनाथ, असफलता ही सफलता की बुनियाद होती है, अर्थात जीवन में असफल व्यक्ति एक दिन सबसे सफल व्यक्ति बनकर उभरता है , बशर्ते वह अपने लक्ष्य पर डटे रहे , आत्मविश्वास से भरा हो , पूरी निष्ठा और लगन से कार्य करने वाला हो ,तब वह एक दिन जरूर सफलतम इंसान बनता है । इसका सबसे बड़ा उदाहरण स्वर्गीय डॉक्टर अब्दुल कलाम आजाद है। जिन्हें एयर फोर्स में भर्ती के दौरान उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था , वहीं अब्दुल कलाम आजाद एक दिन भारत के राष्ट्रपति बने, तथा उन्हें भारतरत्न से सम्मानित भी किया गया ।

उक्त बातें आज महाबोधि इंटर कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रवीन कुमार श्रीवास्तव ने कहीं। उन्होंने कहा कि थॉमस अल्वा एडिसन जिन्होंने बल्ब का आविष्कार किया, यह कहा जाता है कि 999 बार असफल होने के बाद उन्होंने बल्ब का आविष्कार किया। अब्राहम लिंकन अमेरिका के राष्ट्रपति बने ।इस तरह के बहुत सारे उदाहरण जो हमें प्रेरणा देते है। हमें सीख मिलती है कि हमें निरंतर अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहना चाहिए। उक्त बातें महाबोधि इंटर कॉलेज के प्रार्थना सभा में नए सत्र में नया सवेरा विषय पर बोलते हुए छात्रों को संबोधित करते हुए कहा गया।
प्रार्थना सभा में माध्यमिक शिक्षा परिषद, क्षेत्रीय कार्यालय से राम अवतार यादव उपसचिव ने भी विद्यार्थियों को विद्यालय में नियमित आने ,अनुशासन में रहने ,रोज पढ़ाए गए विषयों को दोहराने के संबंध में बताया , उन्होंने बताया कि पढ़ना ही आवश्यक नहीं है बल्कि लिखना भी आवश्यक है । नए सत्र में नया सवेरा अभियान के अंतर्गत माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों की गुणवत्ता में सुधार, शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार हेतु यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है । प्रार्थना स्थल पर विद्यालय के सभी शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी और छात्र – छात्राएं उपस्थित थे ।

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