गोरखपुर
अवैध पिस्टल के पैसों को लेकर हुई हत्या, तीन अब भी फरार
दोस्तों ने अंबुज का सिर धड़ से अलग कर अलग-अलग जगह फेंके; रक्षासूत्र, कड़ा और कपड़े भी निकाले
गोरखपुर में अवैध पिस्टल की खरीद के लिए दिए गए पैसे न लौटाने को लेकर हुए विवाद में अंबुज की निर्मम हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपी ने कई चौंकाने वाली बातें बताई हैं।
तिवारीपुर थाना क्षेत्र स्थित सूरजकुंड कॉलोनी के रहने वाले अंबुज मणि उर्फ रीशु (20) को उसके ही दोस्तों ने मौत के घाट उतार दिया। पहले सिर को धड़ से अलग किया गया और फिर लगभग 50 किलोमीटर दूर शरीर के अंग फेंक दिए गए।
पुलिस ने मंगलवार को चिलुआताल इलाके से मुख्य आरोपी आयुष सिंह और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है। हालांकि दूसरे पकड़े गए आरोपी की पहचान पुलिस ने फिलहाल उजागर नहीं की है। इसी मामले में हड़हवा फाटक और रेती क्षेत्र के तीन अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। जांच में सामने आया कि करीब छह महीने पहले अंबुज की पहचान गोरखनाथ थाना क्षेत्र के हड़हवा फाटक निवासी आयुष सिंह से हुई थी। इस दौरान दोस्ती गहरी होती गई और अंबुज, आयुष के ग्रुप के अन्य युवकों के संपर्क में भी आ गया।
इसी बीच आयुष ने अंबुज को पिस्टल खरीदने के लिए 40 हजार रुपये दिए थे। अंबुज ने अपने साथियों की मदद से एक व्यक्ति के जरिये अवैध पिस्टल खरीदी थी। इसी रकम को वापस न करने को लेकर विवाद बढ़ा और अंततः वारदात को अंजाम दे दिया गया।
