गाजीपुर
अमृत सरोवर पर अवैध खनन, ग्रामीणों में भारी आक्रोश

गाजीपुर। जलालाबाद ग्राम सभा में अमृत सरोवर योजना के तहत बने पोखर से अवैध खनन का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि हाईवे निर्माण कंपनी के कर्मचारी अवैध रूप से मिट्टी निकाल रहे हैं और सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
ग्रामीणों ने किया विरोध, फिर भी जारी रहा खनन
समाजसेवी मुर्तजा अंसारी सहित कई ग्रामीणों ने इस अवैध खनन का विरोध किया। कंपनी ने मिट्टी ले जाने के लिए लाखों की लागत से बने पोखर को तोड़कर उसी में रास्ता बना दिया, जिससे इसकी मूल संरचना क्षतिग्रस्त हो गई। दो दिन तक विरोध के चलते काम रुका रहा, लेकिन बीती रात फिर से खुदाई शुरू कर दी गई।
कंपनी का दावा – प्रशासन से मिली मौखिक अनुमति
खनन को लेकर हाईवे कंपनी के सुपरवाइजर संदीप कुशवाहा ने दावा किया कि यह कार्य एसडीएम जखनिया के मौखिक आदेश पर किया जा रहा है और लेखपाल सौरभ सिंह के माध्यम से अनुमति ली गई थी। लेकिन लेखपाल सौरभ सिंह ने इस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया और किसी भी तरह की परमिशन देने से इनकार किया।
ग्राम प्रधान और एसडीएम ने जताई अनभिज्ञता
ग्राम प्रधान हरिशंकर चौहान ने बताया कि जब उन्हें जानकारी मिली, तो खनन रोकने को कहा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। वहीं, एसडीएम जखनिया रवीश गुप्ता ने स्पष्ट किया कि उन्होंने न तो कोई आदेश दिया है और न ही उन्हें इस खनन की जानकारी थी।
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने इस मामले में प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि तत्काल खुदाई नहीं रोकी गई और दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़े आंदोलन की रणनीति बनाएंगे। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।