चन्दौली
अनुदेशक संघ ने समर कैंप के विरोध में बीएसए को सौंपा ज्ञापन, जताया विरोध
सकलडीहा (चंदौली)। शासन स्तर पर कंपोजिट विद्यालयों में 21 मई से 10 जून तक विद्यार्थियों के लिए समर कैंप आयोजित कर विभिन्न गतिविधियाँ संचालित करने के निर्देश जारी किए गए हैं। विद्यालयों में कार्यरत अनुदेशकों एवं शिक्षामित्रों द्वारा इस समर कैंप के दौरान बच्चों को नवाचार एवं अन्य रचनात्मक गतिविधियाँ सिखाई जानी हैं।
हालांकि, इस निर्देश का प्रदेश स्तर पर अनुदेशक एवं शिक्षामित्र विरोध कर रहे हैं। इसी क्रम में जनपद में कार्यरत अनुदेशक संघ एवं शिक्षामित्र संघ ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर सामूहिक रूप से प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया। उन्होंने समर कैंप में अनुदेशकों की अनिवार्य भागीदारी के आदेशों को तत्काल निरस्त करने की मांग रखी।
अनुदेशक संघ का कहना है कि शासन स्तर पर अनुदेशक एवं शिक्षामित्रों का शोषण किया जा रहा है। उन्हें अल्प मानदेय देकर उनके सम्मान एवं अधिकारों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जिला अध्यक्ष अभिनव सिंह ने कहा कि अनुदेशक एवं शिक्षामित्र पूरी तन्मयता से विद्यालयों में बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं, लेकिन बदले में उन्हें बेहद कम मानदेय दिया जा रहा है, जो सरासर अनुचित है।
मंडल अध्यक्ष विकास यादव ने कहा कि समर कैंप के दौरान विद्यालय परिसर अथवा परिसर के बाहर छात्र-छात्राओं के साथ घटित किसी भी प्रकार की घटना के लिए अनुदेशक उत्तरदायी नहीं होंगे। उन्होंने मांग की कि अनुदेशकों की दुर्घटना की स्थिति में उनके परिवार को सहायता एवं आश्रितों को नौकरी प्रदान की जाए।
इसके अतिरिक्त, समर कैंप ड्यूटी की अवधि को आकस्मिक अवकाश में शामिल करते हुए उसका प्रतिकर दिया जाए तथा नियमित वेतन भुगतान होने तक 11 माह 29 दिन का मानदेय सुनिश्चित किया जाए। साथ ही समर कैंप के लिए ₹6000 के स्थान पर ₹15000 मानदेय दिए जाने की भी मांग की गई।
ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रमुख रूप से मंडल अध्यक्ष विकास यादव, जिलाध्यक्ष अभिनव सिंह, हमिदा, ज्ञान प्रकाश, रविन्द्र मौर्या, अमित सिंह, प्रिया सिंह, प्रवीण, आशिष सिंह, प्रीति, रेखा मौर्या, अरविन्द, संतोष, भास्कर, प्रमोद, नवीन, अब्दुल मजीद, रामनरेश, बंदना, पूजा गुप्ता, सरोज पाल, विनोद, पंकज, अरिमर्दन आदि अनुदेशक एवं अनुदेशिकाएं उपस्थित रहीं।
