वाराणसी
अनियंत्रित वाहनों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में घरेलू गैस सिलेंडर के इस्तेमाल पर लगे रोक : नितिन सोलंके
ग्राहक दक्षता कल्याण फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन सोलंके ने की मांग
वाराणसी। ग्राहक दक्षता कल्याण फाउंडेशन ने अनियंत्रित वाहनों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में घरेलू ईंधन गैस सिलेंडरों के इस्तेमाल पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के लिए सरकार से मांग की है।
गुरुवार को पराड़कर स्मृति भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन सोलंके ने कहा कि, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों ने 14.02 किलो के घरेलू सिलेंडरों का उपयोग करना शुरू कर दिया है। कई जगह तो सीधे 19 किलो के व्यावसायिक सिलेंडरों में 14.02 किलो के घरेलू सिलेंडरों की गैस पलटी जा रही है।
इतना ही नहीं वाहनों में भी अब घरेलू सिलेंडरों का इस्तेमाल हो रहा है जो एक गंभीर समस्या है। सिलेंडरों के अवैध उपयोग से विस्फोट होने की संभावना रहती है। इससे जनधन की भी हानि हो सकती है। कुछ गैस एजेंसियां तो डमी ग्राहकों के नाम पर तेल कंपनियों से ज्यादा सिलेंडर खरीद कर उसकी कालाबाजारी कर रही हैं। थोड़े से अधिक पैसे देकर सिलेंडरों को अपने पास जमा कर उसे अधिक पैसे में बेचने का धंधा धड़ल्ले से जारी है। इसके फलस्वरुप एक तरफ गैस सिलेंडर के दाम में तेजी से इजाफा हो रहा है, वहीं मूल्य वृद्धि के कारण सामान्य और गरीब उपभोक्ता संभाल कर गैस सिलेंडरों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान ग्राहक दक्षता कल्याण फाउंडेशन के जनसंपर्क अधिकारी शुभम रंगारी भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि गैस की कालाबाजारी होने से सरकार को हर साल करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है और ग्राहकों की भी जेब ढीली हो रही है। अभी कुछ दिन पहले वाराणसी के आदमपुर क्षेत्र में अवैध गैस रिफिलिंग के दौरान दुकान में धमाका होने से आग लग गई थी जिसमें दो बच्चों की मौत हो गई थी। सरकार को इस गंभीर समस्या पर तत्काल संज्ञान लेना चाहिए और गैस सिलेंडरों की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।