मऊ
अधिवक्ता विधेयक बिल में संशोधन पर वकीलों का विरोध
मऊ। अधिवक्ता विधेयक बिल में प्रस्तावित संशोधन को लेकर वकीलों में गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है। घोसी तहसील बार एसोसिएशन के वकीलों ने इस विधेयक के खिलाफ काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध जताते हुए वकील तहसील परिसर में चक्कर लगाते हुए अपनी आवाज उठा रहे थे और इस बिल के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे।
एसोसिएशन के पदाधिकारियों और सदस्यों ने महामहिम राष्ट्रपति को एक पत्र भेजकर विधेयक के अनुशासनात्मक प्रावधानों पर अपनी आपत्ति जताई और इसे तुरंत वापस लेने की मांग की। इस पत्र को वकील समुदाय के अध्यक्ष अनिल मिश्र और महामंत्री राजेश कुमार सोनकर के नेतृत्व में एसडीएम को सौंपा गया।
अनिल मिश्र ने कहा कि इस विधेयक के प्रावधानों से वकीलों के पेशेवर अधिकारों और स्वतंत्रता पर गंभीर संकट आ सकता है। उनका मानना है कि इस विधेयक के माध्यम से सरकार अधिवक्ताओं के अधिकारों में अत्यधिक हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रही है, जिससे न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर भी असर पड़ सकता है।
राजेश कुमार सोनकर ने कहा कि अगर उनकी चिंताओं को नजरअंदाज किया गया, तो वकील समुदाय आने वाले दिनों में और भी बड़े विरोध प्रदर्शन करेगा।
उनका यह भी कहना था कि यह प्रदर्शन सरकार और न्यायिक अधिकारियों के लिए एक चेतावनी है कि अधिवक्ता समुदाय के अधिकारों की अनदेखी नहीं की जा सकती।इस दौरान कई वरिष्ठ वकील और पूर्व अध्यक्ष भी मौजूद थे, जिन्होंने इस आंदोलन में भाग लिया और अपनी आवाज़ उठाई।