वाराणसी
अंधरापुल पर दिखेगी काशी की विरासत की झलक

वाराणसी। काशी की ऐतिहासिक धरोहरों को संवारने की दिशा में एक और शानदार पहल सामने आ रही है। इस बार केंद्र में है दशकों पुराना अंधरापुल, जो अब अपने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के अनुरूप नये रूप में सजने जा रहा है। वाराणसी स्मार्ट सिटी योजना के तहत इस पुल का सौंदर्यीकरण ग्लास मोज़ेक टाइल्स की नवीन तकनीक से किया जाएगा, जिससे इसकी दीवारें न केवल कलात्मक रूप लेंगी बल्कि चमकदार और स्वच्छ भी नजर आएंगी।
अंधरापुल, जो ट्रांसवरुणा क्षेत्र को जोड़ता है और शहर के यातायात का प्रमुख हिस्सा है, अब काशी के धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्वरूप को प्रतिबिंबित करेगा। पुल की दीवारों पर आकर्षक आर्ट वर्क के माध्यम से काशी के विभिन्न मंदिरों, घाटों और सांस्कृतिक स्थलों की झलक देखने को मिलेगी। इस कलात्मक प्रस्तुति से यह स्थान एक नया दर्शनीय स्थल भी बन जाएगा।
स्मार्ट सिटी के मुख्य महाप्रबंधक अमरेंद्र तिवारी के अनुसार, यह सौंदर्यीकरण कार्य काशी की पहचान को आधुनिक अंदाज़ में सामने लाने की कोशिश है। लगभग 46.37 लाख रुपये की लागत से बनने वाले इस प्रोजेक्ट की प्रक्रिया वर्तमान में टेंडर चरण में है।
योजना में स्मार्ट लाइटिंग की व्यवस्था भी की गई है, जिससे रात के समय पुल का दृश्य और अधिक आकर्षक बन जाएगा। साथ ही दिशा-सूचक संकेतकों की स्थापना से यह स्थान पर्यटकों के लिए एक सजीव मार्गदर्शक की भूमिका निभाएगा।
इस परियोजना के पूरा होने के बाद अंधरापुल केवल एक आवागमन का ज़रिया नहीं रहेगा, बल्कि काशी की गौरवशाली विरासत से जुड़ने का एक जीवंत अनुभव बन जाएगा, जो हर पर्यटक और स्थानीय नागरिक को अपनी ओर खींचेगा।