वाराणसी
अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस (21 अगस्त) पर विशेष

बुजुर्गो के उपचार में सहारा बना है ‘जीरियाट्रिक क्लीनिक’
• मण्डलीय चिकित्सालय में वृद्धजनों के लिए है यह खास केंद्र
• सिर्फ आउटडोर ही नहीं इनडोर उपचार की भी है विशेष व्यवस्था
वाराणसी| ‘जीरियाट्रिक क्लीनिक’ यानि बुजुर्गो के उपचार का विशेष केन्द्र । श्री शिव प्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय में चल रहा यह केन्द्र वृद्धजनों के उपचार में सहारा बन चुका है। वरिष्ठ नागरिकों के इलाज के लिए यहां सामान्य ओपीडी में होने वाली भीड़ से अलग व्यवस्था है, जो उनके लिए बेहद लाभदायक साबित हो रही है।
कबीरचौरा स्थित श्री शिवप्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय के एसआईसी डॉ हरिचरण सिंह बताते हैं कि पहले बुजुर्गों को अपने उपचार के लिए सामान्य ओपीडी में ही दिखाना होता था। वहां होने वाली भीड़ में उन्हें काफी असुविधा होती थी। काफी देर तक इंतजार करने के बाद वह चिकित्सक तक पहुंच पाते थे। यह स्थिति उनके लिए पीड़ादायी होती थी। इसे देखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय बुजुर्ग स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम के तहत वर्ष 2017 में वृद्धजनों के उपचार के लिए यहां ‘जीरियाट्रिक क्लीनिक’ शुरू किया गया। इसके तहत बुजुर्गो की अलग से ओपीडी के साथ ही उन्हें भर्ती करने के लिए दस बेड के विशेष वार्ड की भी व्यवस्था की गयी।
जीरियाट्रिक क्लीनिक के प्रभारी डॉ आरएन सिंह कहते है ‘वृद्धावस्था उम्र का एक ऐसा पड़ाव है जिसमें अधिकांश को स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वृद्ध होना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और उम्र बढने पर अल्जाइमर, आर्थराइटिस, अस्थमा व ब्रोंकाइटिस, मोतियाबिंद, श्रवणशक्ति के कमजोर होने, अवसाद, मधुमेह जैसे रोग पीड़ा देने लगते हैं। वृद्धावस्था में होने वाले ऐसे तमाम रोगों का ‘जीरियाट्रिक क्लीनिक’ में निःशुल्क उपचार किया जाता है। जीरियाट्रिक क्लीनिक में उपचार कराने आये लोहटिया निवासी 65 वर्षीय शिवसुन्दर मौर्य ने बताया कि वह प्रोस्टेट की समस्या से पीड़ित हैं। यहां उपचार कराने से उन्हें काफी लाभ है। सबसे बड़ा लाभ तो यह है कि जब भी जरूरत होती है वह इस केन्द्र में आकर चिकित्सक से सलाह ले लेते हैं, इसके लिए न तो उन्हें सामान्य ओपीड़ी में जाना होता है और न ही कही लाइन लगाना होता है। जीरियाट्रिक क्लीनिक की पर्ची पर लिखी दवाएं भी उन्हें अस्पताल से ही निःशुल्क मिल जाती है। वह कहते है बुजुर्गों के लिए यह केन्द्र काफी लाभदायक है। पानदरीबा की रहने वाली 60 वर्षीय प्यारी देवी ने बताया कि वह गठिया रोग से पीड़ित हैं। लगभग आठ माह से वह इस केन्द्र से अपना उपचार करा रहीं हैं। यहां दिखाने के लिए न तो भीड़ का सामना करना पड़ता है और न ही कोई और परेशानी होती है।
डॉ आरएन सिंह बताते हैं कि आमतौर पर यहां ओपीडी में 60 से 70 बुजुर्ग हर रोज अपने उपचार के लिए आते हैं। जरूरत के अनुसार उनके उपचार के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की मदद भी ली जाती है। आवश्यकता होने पर उन्हें भर्ती कर उपचार किया जाता है। वह बताते हैं कि मण्डलीय चिकित्सालय के कक्ष संख्या सात में जीरियाट्रिक ओपीडी सभी कार्यदिवस में सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक चलती है। कोई भी बुजुर्ग अपने उपचार के लिए इस केन्द्र की मदद ले सकता है।