धर्म-कर्म
गजब है जलकल विभाग की कहानी, बनकटी हनुमान मंदिर के गर्भगृह में फिर घुसने लगा सीवर का पानी
वाराणसी। दुर्गाकुण्ड स्थित सेनापति बनकटी हनुमान मंदिर के गर्भगृह में सीवर रिसाव कर फिर से घुसने लगा। मन्दिर गर्भगृह में घुसे सीवर के जलमल को मन्दिर के पुजारी गया प्रसाद मिश्रा ने मोटर पंप लगाकर निकाल रहे।
मन्दिर के पुजारी गया प्रसाद मिश्रा ने बताया कि पिछले दो माह पूर्व बारिश के दौरान पूरा गर्भगृह सहित मन्दिर परिसर में पानी घुस गया। मन्दिर में सीवर घुसने की खबर समाचार पत्रों में छपने के बाद जलकल की तरफ से मन्दिर के पास खोदाई कर सीवर लाइन बिछाई गई। सीवर लाइन बिछाने के दौरान जल्दीबाजी में काम होने के कारण पाइप लाइन ठीक से नहीं बैठा। इसके कारण सीवर का खिंचाव नहीं हो रहा। सीवर रिसाव कर फिर से मन्दिर के गर्भगृह में घुसने लगा।
समाजसेवी रामयश मिश्र ने बताया कि 2 महीने पूर्व जब मंदिर के गर्भ गृह में सीवर का पानी घुसा था तो जलकल और नगर निगम के अधिकारी इस पर आनाकानी करते हुए कहा था कि यह सीवर का पानी नहीं है। उसके बाद मंदिर के पास की नई पाइप लाइन बदली गई। लाखों रुपया खर्च हुआ उसके बावजूद मंदिर के गर्भ गृह में फिर से सीवर का पानी जा रहा है। जलकल व नगर निगम की कार्यप्रणाली कितनी अच्छी है इसका यह सबूत है। अभी नया पाइपलाइन डालें कुछ ही दिन हुआ और उसमें से सीवर का पानी लीकेज होने लगा। वाह रे नगर निगम वाह रे जल्कल विभाग।
मन्दिर के गर्भगृह में सीवर फिर से रिसाव करने की शिकायत जलकल के कर्मचारियों से की गई, लेकिन उन्होंने सुना नहीं। जलकल के कर्मचारियों की लापरवाही हैं कि दो माह पहले सीवर लाइन बिछाने के लिए खोदाई कर मिट्टी का ढेर मन्दिर के सामने रास्ते पर छोड़कर चले गए। इसके कारण हल्की बारिश होने पर मिट्टी बहकर गली में फैल जाता। दर्शनार्थियों को आने जाने में दिक्कत होती हैं।