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वाराणसी

Ramnagar ki ramlila 2023 : रामनगर की रामलीला के बाद हुई भोर की आरती, उमड़ा अपार जनसैलाब, जय श्रीराम का गूंजा उद्घोष

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रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी। रामनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला के बाद शुक्रवार की भोर में आरती हुई। इसमें अपार जन सैलाब उमड़ा। भोर में ही लाखों की संख्या में लोग आरती देखने पहुंचे। इस दौरान जय श्रीराम, सिया वर रामचंद्र की जय, हर-हर महादेव के उद्घोष से चारों दिशाएं गूंज उठीं।

वाराणसी में परंपराओं की रामलीला के कई चरणों में आयोजित होती है। इसमें एक भोर की आरती होती है। यह आरती सूर्योदय के दौरान होती है। इसमें पूरी काशी सदियों से इसी तरह उमड़ती रही है। रामनगर में धार्मिक अनुष्ठान के रूप में पूरे संसार में अपनी पहचान पा चुकी रामनगर की रामलीला में हर कोई शामिल होना चाहता है। एक माह तक चलने वाली रामलीला में आरती बड़ा महत्व रखता है। श्रीराम के राज्याभिषेक के सुबह की आरती (भोर की आरती) तो अद्भुत होती हैं। विश्व प्रसिद्ध ‘रामनगर की रामलीला’ की भोर की आरती में शुक्रवार की सुबह मानो पूरी काशी आरती का हिस्साप बनने के लिए उमड़ पड़ी। यह आरती सूर्योदय के दौरान उग रहे सूर्य के लिए विशेष अनुष्ठा न के तौर पर आयोजित की जाती है।

आरती में समूचा नगर सदियों से इसी तरह उमड़ता रहा है। भोर की आरती में जन सैलाब उमड़ा तो आस्थाम का रेला, गांव, गली और मोहल्लोंज से होता हुआ रामलीला स्थदल की ओर पहुंच गया। आरती के लिए घंटा-घडि़याल का दौर शुरू हुआ तो आस्थाग का दूर दूर तक कहीं ओर छोर नजर नहीं आ रहा था। रामलीला में राज्याभिषेक की आरती शुक्रवार को तड़के लगभग साढ़े पांच बजे आरती के लिए रामनगर दुर्ग से कुंवर अनंत नारायण सिंह राजपरिवार के सदस्यों व दरबारियो के साथ पैदल चल कर लीला स्थल अयोध्या मैदान पहुंचे। लगभग 5.40 बजे भगवान भाष्कर ने जैसे ही अपनी किरणें फैलाईं और माता कौशल्या ने अयोध्या के सिंहासन पर विराजमान श्रीराम व सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुध्न तथा श्रीराम के चरणों में नतमस्तक भक्त शिरोमणि हनुमान जी की आरती उतारी।

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