पूर्वांचल
नवजोत सिंह सिद्धू ने इमरान खान को कहा बड़ा भाई,
भारतीय जनता पार्टी के नेता अमित मालवीय ने शनिवार को नवजोत सिंह सिद्धू का एक फोटो अपने ट्टीटर पर शेयर किया है। जिसके बाद नया हंगामा विवाद शुरू हो चुका है। इस फोटो में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को करतारपुर के एक अधिकारी को गले लगाते और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना “बड़ा भाई” कहते हुए देखा और सुना जा सकता है।
फोटो ट्वीट करते हुए अमित मालवीय ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, ”राहुल गांधी के चहेते नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना ‘बड़ा भाई’ कहते हैं। पिछली बार जब उन्होंने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल बाजवा को गले लगाया था, तो उनकी जमकर तारीफ की थी।”
अमिल मालवीय ने आगे लिखा “क्या यह कोई आश्चर्य की बात है कि गांधी भाई-बहनों ने अनुभवी अमरिंदर सिंह के बजाय पाकिस्तान से प्यार करने वाले सिद्धू को चुना
अमित मालवीय द्वारा पोस्ट किए गए फोटो में, शनिवार को करतारपुर गुरुद्वारे का दौरा करने वाले नवजोत सिंह को करतारपुर के एक अधिकारी से मिलते देखा जा सकता है।इस वीडियो में पाकिस्तान के अधिकारी को प्रधानमंत्री की ओर से नवजोत सिंह सिद्धू का स्वागत करते हुए सुना जा सकता है। उन्होंने कहा हम इस दिन का इतने लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। जिसका जवाब देते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। वह मेरे बड़े भाई हैं। मैं इसके लायक नहीं हूं, लेकिन आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू का माल्यार्पण और गुलाब की पंखुड़ियों बरसा कर पाकिस्तानी अधिकारी स्वागत करते हैं।
पंजाब के मंत्री परगट सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को अपना ‘बड़ा भाई’ कहने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा जब पीएम मोदी (पाकिस्तान) जाते हैं तो वह ‘देश प्रेमी’ होते हैं, जब सिद्धू जाते हैं, तो वे ‘देश द्रोही’ होते हैं… क्या मैं आपको भाई नहीं कह सकता.. हम गुरु नानक देव के दर्शन का पालन करते हैं और उनके बताए रास्ते पर चलते हैं।
बता दें अमित मालवीय ने अपने ट्वीट में उस समय का भी जिक्र किया जब कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान के प्रधामंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान पाकिस्तानी सेना के जनरल कमर जावेद बाजवा को गले लगाया था। 2018 में, नवजोत सिंह सिद्धू ने बाजवा को गले लगाकर स्वयं को नए विवाद में उलझा दिया था। उस समय पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उनकी ‘गलेबाजी’ के लिए जमकर आलोचना की थी।