अपराध
जनसुनवाई पोर्टल बना भ्रष्टाचार का माध्यम,पोर्टल पर फर्जी तरीके से किया जा रहा आम जनता की शिकायतों को निस्तारित
आम जनता की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाई के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बनाया गया जनसुनवाई पोर्टल अब भ्रष्टाचार करने का आसान माध्यम बनता जा रहा है।क्रांति फाउंडेशन संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष ई०राहुल कुमार सिंह ने यह आरोप लगाते हुए कहा कि जनसुनवाई पोर्टल पर आम जनता की शिकायतों का फर्जी तरीके से निस्तारण कर दिया जा रहा है।बिना कार्य हुए ही कार्य पूर्ण होने की आख्या प्रेषित कर दी जा रही है।इससे यह स्पष्ट है कि कार्य के लिए आवंटित बजट की खुलेआम बंदरबाट की जा रही है।इसका प्रत्यक्ष उदाहरण देते हुए उन्होने बताया कि उन्होने अपने निवास स्थान रोहित नगर विस्तार कालोनी मे खराब स्ट्रीट लाईटों के संबंध मे पिछ्ले गुरुवार को जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत संख्या 40019721024423 के रूप मे शिकायत दर्ज करायी।परंतु सोमवार को उन्हे मोबाईल पर जनसुनवाई पोर्टल के द्वारा संदेश प्राप्त हुआ कि शिकायत का निस्तारण कर दिया गया है।जब उन्होने जनसुनवाई पोर्टल पर इस संबंध मे भेजी गयी आख्या देखी तो हैरत मे पड़ गये। आलोक विभाग नगर निगम,वाराणसी की आख्या के अनुसार जिस स्ट्रीट लाईट को ठीक कराने के लिए उन्होने शिकायत की थी वो ठीक करा दी गयी है। राहुल कुमार सिंह ने बताया कि न तो उक्त स्ट्रीट लाईट ठीक करायी गयी न ही किसी अधिकारी अथवा कर्मचारी ने उनसे इस संबंध मे संपर्क किया।शिकायत के निस्तारण संबंधी आख्या मे अवर अभियंता भेलूपुर,आलोक अधीक्षक तथा अधिशासी अभियंता,नगर निगम वाराणसी के अजय कुमार राम के हस्ताक्षर भी मौजूद हैं। राहुल सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिना कार्य हुए इस प्रकार से कार्य को पूर्ण बताकर झूठी आख्या भेजना भ्रष्टाचार के बड़े खेल की तरफ ईशारा करता है।जब स्ट्रीट लाईट ठीक ही नहीं की गयी तो किस प्रकार से कार्य को पूर्ण बता दिया गया।इस संबंध मे यह स्पष्ट है कि अधिकारियों और कर्मचारियों की मिली भगत से वाराणसी मे आम जनता कि शिकायतों का इसी प्रकार फर्जी तरीके से निस्तारण कर दिया जाता है