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अब गुलाम मोहम्मद जौला ने लगाए ‘हर हर महादेव’ के नारे, कहा- अब कहां जाएंगे BJP वाले?

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मुजफ्फरनगर में हुई संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत के मंच पर भारतीय मजदूर किसान संगठन के अध्यक्ष गुलाम मोहम्मद जौला की मौजदूगी से उत्तर प्रदेश की सियासत तो गरमाई ही, साथ ही किसान नेता राकेश टिकैत के अल्लाहु अकबर के नारे ने इसे एक खास विचारधारा के लोगों को राजनीति का एक मौका दे दिया। महापंचायत के मंच से भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा और सांप्रदायिक सौहार्द का जिक्र करते हुए कहा कि महेंद्र टिकैत के जमाने में आल्लाहु अकबर और हर हर महादेव के साथ-साथ नारे लगते थे। राकेश टिकैत के अल्लाहु अकबर नारे लगाने के बाद इसका एक क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तब से ही उन्हें काफी ट्रोल किया जा रहा है।

इसी के जवाब में किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष गुलाम मोहम्मद जौला ने अल्लाहु अकबर के साथ हर-हर महादेव का ना सिर्फ नारा लगाया बल्कि बीजेपी पर हमला भी बोला है। बाबा गुलाम मोहम्मद जौला के इस नारे का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। 29 सेकेंड के इस वीडियो में मोहम्मद जौला अपनी बात शुरू करने से पहले लोगों से नारे लगाने की गुजारिश करते हैं। गुलाम मोहम्मद जौला कहते हैं ‘एक नारा लगा दो पहले। मैं कहूंगा अल्लाह हु अकबर तो आप कहोगे हर हर महादेव और मैं हर हर महादेव कहूंगा तो आप कहोगे अल्लाहु अकबर।’ इसके बाद जौला हर-हर महादेव के नारे लगाते हैं और वहां बैठे लोग अल्लाहु अकबर कहते हैं। इसके बाद किसान नेता अल्लाहु कहते हैं जिसपर लोग हर-हर महादेव के नारे लगाते हैं।

इस नारे के बाद गुलाम मोहम्मद जौला बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहते हैं कि अल्ला हु अकबर, हर हर महादेव, ये दोनो नारे हमने ले लिए, इब (अब) भाजपा वाले कहां जाएंगे। वे कहते हैं कि ये झूठे हर-हर महादेव वाले हैं। बता दें कि गुलाम मोहम्मद जौला 80 के दशक से महेंद्र सिंह टिकैत के साथ बड़े-बड़े आंदोलन में रहे। रेहान फलज ने भी अपने एक लेख में इस बात का जिक्र किया है कि महेंद्र टिकैत की सभा में उनके साथ कोई ना कोई मुस्लिम नेता जरूर रहता था।

बहरहाल, साल 2013 के दंगो के बाद जौला ने भारतीय किसान यूनियन से दूरी बना ली थी। इन पर मुजफ्फरनगर 2013 दंगो में साम्प्रदायिक उन्माद फैलाने के आरोप भी लगे, लेकिन इनके खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। इसी को आधार बनाकर केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने महापंचायत पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पंचायत किसानों की नहीं बल्कि राजनैतिक लोगो द्वारा आयोजित की गयी है। इसका जवाब मुज़फ्फरनगर की जनता मांगेगी कि ऐसे लोग जिन्होंने मुज़फ्फरनगर को दंगों की आग में झोंका और वो पंचायत के मंच पर क्यों बैठे हैं।

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