वाराणसी
BHU : गौशाला में कर्मचारी ने लगायी फांसी

सुसाइड नोट में लिखा- बीमारी के कारण परेशान हूं, खुद को मौत का जिम्मेदार ठहराया
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के गौशाला में एक डेली वेजेज कर्मचारी ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। मृतक की पहचान दिलीप कुमार राय के रूप में हुई है, जो वाराणसी के अमरा खैरा का निवासी था। दिलीप की बीमारी के कारण वह मानसिक रूप से परेशान था, जिससे उसके परिवारवालों ने भी चिंता जतायी थी। उनके पिता श्यामलाल ने बताया कि दिलीप बीते कुछ दिनों से अपने स्वास्थ्य को लेकर बहुत परेशान था और सुबह जब वह घर से काम पर जाने के लिए निकला, तो उसने जाने से मना कर दिया था।
घटना की सूचना मिलते ही बीएचयू प्राक्टोरियल बोर्ड की टीम मौके पर पहुंची, साथ ही भेलूपुर एसीपी ईशान सोनी भी घटनास्थल पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम ने सभी साक्ष्य जुटाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
दिलीप ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, “मैं अपनी मौत का जिम्मेदार हूं। मेरी तबीयत ठीक नहीं हो रही है। रोज़-रोज़ मरने की कोशिश करता था, लेकिन मौका नहीं मिला। आज मैंने यह कदम उठाया है। घर पर मेरी शर्ट में एक और लेटर रखा है। मेरा दिमाग ठीक से काम नहीं कर रहा है। अगर मैं कहीं और मरता हूं तो कृपया मेरा शव घर भेज दें। मैं एक गरीब परिवार से हूं और मेरे बूढ़े माता-पिता हैं। मेरे दोस्तों सतीश, पवन, शिवकुमार, अनिल बाबा और संजय भैया को माफ करना। मैं इस दुनिया से जा रहा हूं। सभी लोग अपना ध्यान रखें।”
मृतक के चाचा रामलाल ने बताया कि दिलीप पिछले कुछ दिनों से मानसिक रूप से परेशान था और दवाइयों का इलाज भी चल रहा था। वह दो दिनों से काम पर नहीं जा रहा था। आज उसने कहा था, “अगर मैं काम पर नहीं जाऊं, तो घर का खर्चा कौन उठाएगा?” दिलीप की शादी हो चुकी थी और एक 6 साल की बेटी थी, जो स्कूल जाती है।