कोरोना
सेना के धर्म गुरु की डेंगू से मौत,शव पहुंचा गांव,गमगीन हुए लोग
रोहनिया-सेना में धर्म गुरु के पद पर तीस साल पूर्व तैनात हुए निएसीपुर के डा.भैरव नाथ पाठक की दिल्ली में 24 नवंबर की रात मौत हो गई।
उनका शव सेना की गाड़ी से दोपहर बाद उनके गांव पहुंचा। जहां भारी संख्या में ग्रामीण की भीड़ जमा हो गई। उनकी पत्नी सुषमा देवी,ज्येष्ठ पुत्र एडवोकेट भास्कर देव पाठक,छोटे पुत्र नितिन पाठक का रोना देखकर गांव के लोगों की भी आंखों में आंसू आ गये। उनके मित्र रामाश्रेय सिंह ने बताया कि हमारे मित्र बहुत ही प्रतिभाशाली और मिलनसार स्वभाव के थे।
साथ में आये सेना के अधिकारी ने बताया कि डा. पाठक की तबीयत कई दिनों से खराब थी। लेकिन उन्होंने सेना के अस्पताल में नहीं दिखाया। बाजार से दवा लेने लगे थे। जब उनकी तबीयत ज्यादा खराब हुई तब उन्होंने सेना के अधिकारियों को बताया। उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। लेकिन तब तक उनका प्लेटलेट बहुत गिर गया। उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया और ईलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
उनका अंतिम संस्कार मिर्जापुर के चितेश्वर नाथ घाट पर पूरे सैनिक सम्मान के साथ किया गया।