मिर्ज़ापुर
मिर्जापुर मंडलीय चिकित्सालय में कैंसर उपचार और जागरूकता पर संगोष्ठी संपन्न
मिर्जापुर, मां विंध्यवासिनी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय से संबंधित मंडलीय चिकित्सालय मिर्जापुर में विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कैंसर विशेषज्ञ डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि पिछले एक साल से मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में कैंसर ओपीडी प्रत्येक बुधवार को कमरा नंबर 104 में लगती है। इस दौरान लगभग 25 से ज्यादा कैंसर सर्जरी और उतनी ही कीमोथेरेपी दी जा चुकी है, जो किसी भी जिला अस्पताल के लिए एक उल्लेखनीय कार्य है।
अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुनील श्रीवास्तव ने जनमानस को कैंसर के प्रति जागरूक रहने का आह्वान किया। मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. सुनील सिंह ने स्वस्थ जीवनशैली और खानपान पर विशेष जोर दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजेश यादव, तंबाकू उन्मूलन विभाग ने किया। इस संगोष्ठी में एनसीडी के मुख्य अधिकारी डॉ. उमेश श्रीवास्तव, चेस्ट विभाग से डॉ. केपी श्रीवास्तव, न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. ज्योति सिंह, डेंटल विभाग से डॉ. बीनू पांडे, और ईएनटी विभाग से डॉ. संजय कुमार ने अपने विचार व्यक्त किए।
सीएमएस डॉ. सुनील श्रीवास्तव के आह्वान पर आम जनता के लिए कुछ दिशा-निर्देश जारी किए गए। इनमें तंबाकू, पान, गुटका, बीड़ी, सिगरेट और शराब का परित्याग करने की सलाह दी गई। इसके साथ ही, रोजाना कम से कम आधे घंटे का व्यायाम करने, बाहर का जंक खाना न खाने और विशेषकर एक ही तेल को बार-बार गर्म करके खाना न खाने की बात कही गई। कच्ची सब्जियों, सलाद और फल का सेवन बढ़ाने पर भी जोर दिया गया। स्वस्थ जीवनशैली अपनाने, मानसिक तनाव कम करने और कम से कम 8 घंटे की नींद लेने की सलाह दी गई।
महिलाओं में स्तन कैंसर और बच्चेदानी के कैंसर की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए, 30 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को वार्षिक मैमोग्राफी और पैप स्मीयर जांच कराने की अपील की गई। पुरुषों में मुंह और फेफड़े के कैंसर के मामलों को नजरअंदाज न करने के लिए भी जागरूक किया गया और समय पर डॉक्टर से सलाह लेने का आग्रह किया गया। साथ ही, एचपीवी और हेपिटाइटिस वैक्सीनेशन से कैंसर से बचाव संभव होने की जानकारी दी गई।
केंद्र सरकार के इस साल के बजट में कैंसर से लड़ने के लिए बजट आवंटित किया गया है, और प्रत्येक जिले में जिला कैंसर सेंटर बनाने का आश्वासन दिया गया है। मिर्जापुर मंडलीय चिकित्सालय इस दिशा में अग्रणी भूमिका निभा सकता है। इसके अलावा, सरकार और अस्पताल प्रशासन के बीच बेहतर तालमेल होने पर कैंसर स्क्रीनिंग के लिए जिला चिकित्सालय में मैमोग्राफी मशीन और पैप स्मीयर की व्यवस्था करने की अपील की गई।
यह कार्यक्रम कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने और जनमानस को इसके प्रति सजग करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।