मिर्ज़ापुर
शीतलहर से निपटने को प्रशासन की रणनीति तैयार
4405 कंबल वितरित, 149 स्थलों पर अलाव जलाए गए
मिर्जापुर। शीतलहर के मद्देनज़र जनपद मीरजापुर में राहत कार्यों की गति तेज़ हो गई है। आज अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) शिव प्रताप शुक्ल की अध्यक्षता में जनपद की समस्त नगर पालिका और पंचायत के अधिशासी अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में आम जनमानस को ठंड से राहत प्रदान करने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए।
रैन बसेरा: जरूरतमंदों के लिए सुरक्षित आसरा
जनपद में सात स्थलों पर रैन बसेरों का संचालन किया जा रहा है, जहां रजाई, गद्दे, मैट, पेयजल, शौचालय और बिजली जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
मीरजापुर नगर पालिका: सगरा बस स्टैंड (25 लोगों की क्षमता), राजकीय रोडवेज परिसर (40 लोगों की क्षमता), घंटाघर धर्मशाला (20 लोगों की क्षमता), और रेहड़ा चुंगी (स्थायी रैन बसेरा, 50 लोगों की क्षमता।

अन्य नगर पालिकाएं: अहरौरा के पट्टी खुर्द सामुदायिक भवन (10 लोगों की क्षमता), चुनार के बालुघाट सामुदायिक भवन (20 लोगों की क्षमता), और कछवां के जलकल परिसर (10 लोगों की क्षमता)।
रैन बसेरों में रुकने वाले हर व्यक्ति की जानकारी आपदा प्रहरी मोबाइल ऐप पर नियमित रूप से अपडेट की जा रही है।
149 स्थलों पर जल रहे अलाव
जिला प्रशासन ने नगर पालिका और तहसीलों के माध्यम से जनपद में 149 चिन्हित स्थलों पर अलाव की व्यवस्था की है। इन स्थलों की जियोटैग सूचना भी आपदा प्रहरी मोबाइल ऐप पर उपलब्ध कराई जा रही है।
कंबल वितरण में प्रशासन की तत्परता
ठंड से बचाव के लिए प्रशासन ने तहसीलों को कुल 4,405 कंबल वितरित करने के निर्देश दिए हैं। ये कंबल निराश्रित और असहाय व्यक्तियों के बीच बांटे जा रहे हैं।
प्रशासन की तत्परता से राहत की उम्मीद
शीतलहर से राहत कार्यों के संचालन में जिला प्रशासन का यह प्रयास सराहनीय है। राहत उपायों के तहत रैन बसेरों, अलाव और कंबल वितरण से जरूरतमंदों को ठंड से बचाव का सहारा मिल रहा है। प्रशासन की सक्रियता से जनपद में ठंड से होने वाले संभावित खतरे को कम करने की कोशिश की जा रही है।
