बड़ी खबरें
कोई राम को मानता है कोई रहीम को, हम मानते हैं फूलन देवी जी के आदर्श को: मुकेश साहनी

वाराणसी। विकासशील इंसान पार्टी के वाराणसी जिला अध्यक्ष सुचित कुमार साहनी के तत्वावधान में सुजाबाद मैदान पड़ाव पर आरक्षण जनचेतना रैली आयोजन किया गया। रैली को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए वीआईपी संस्थापक सह पशुधन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री बिहार सरकार सन् ऑफ मल्लाह मुकेश साहनी ने कहा कि हमने 2014 में निषाद आरक्षण आंदोलन के लिए निषाद विकास संघ का गठन कर बिहार में निषाद समाज को जोड़ने जगाने का काम शुरू किया। उत्तर प्रदेश के निषाद समाज को जगाने के लिए 2016 में पूरे प्रदेश में निषाद क्रांति रथ चौ. लौटनराम निषाद के नेतृत्व में घुमवाया। निषाद राज की जयन्ती पर 11 अप्रैल,2016 को श्रृंगवेरपुर (प्रयागराज) में महाराज गुहराज निषाद जी की 25 फ़ीट ऊंची प्रतिमा लगवाया। विगत 25 जुलाई को उत्तर प्रदेश के 18 जिलों में वीरांगना फूलन देवी जी की 18-18 फ़ीट ऊंची प्रतिमा उनकी 20वीं पुण्यतिथि लगवाने के लिए भेजा, जिसे उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया के इशारे पर प्रशासन ने लगाने से रोक दिया और प्रतिमाओं को पुलिस में अपने कब्जे में ले लिया। हमने ठान लिया है कि योगी सरकार ने फूलन जी की 18 प्रतिमाएं नहीं लगने दिया, हम फूलन को घर-घर पहुंचाएंगे। फूलन जी की 50 हजार प्रतिमाएं उत्तर प्रदेश में लगने के लिए बनकर तैयार हैं, जिसे घर-घर में लगवाने के लिए निषाद, बिन्द, लोधी,कश्यप समाज के पास भेजवाएंगे, 5 लाख लॉकेट एवं 10 लाख कैलेण्डर बंटवाएंगे। कोई राम को मानता है और कोई रहीम को,हम फूलन देवी जी को मानते हैं। हमारी आस्था फूलन जी में है,वहीं हमारी आदर्श हैं।

वीआईपी संस्थापक मुकेश साहनी ने रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि निषाद जातियों को अनुसूचित जाति का आरक्षण,अधिकार दिलाना व जातिगत जनगणना कराना वीआईपी पार्टी का मुख्य उद्देश्य है। आरक्षण नहीं तो मिशन 2022 में भाजपा को समर्थन व उससे गठबंधन नहीं। राज्य व केंद्र में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार है।भाजपा ने आरक्षण की विसंगति को दूर कर या क्षेत्रीयता समाप्त कर उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड के निषाद-मल्लाह, केवट, बिन्द, धीवर, कश्यप, कहार, गोड़िया, तुराहा, मांझ, रैकवार, राजभर, नोनिया आदि को अनुसूचित जाति का आरक्षण चुनाव से पूर्व देने का राजपत्र एवं शासनादेश जारी कर दिया तो बिना सीट की मांग के भाजपा को सहयोग एवं समर्थन दिया जाएगा। आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं, यही वीआईपी का नारा है। अब वादा नहीं आरक्षण अधिकार का राजपत्र एवं शासनादेश चाहिए।
श्री साहनी ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली का मल्लाह(केवट, माँझी, धीमर,धीवर, कहार, तुरहा, कश्यप, झीवर, झीमर आदि), पश्चिम बंगाल का मल्लाह, केवट, बिन्द, चाईं, तियर, कैवर्ता आदि एवं उड़ीसा के माँझी, डेवर, धीवर, धीबरा, जलकेउट, कैवर्ता आदि अनुसूचित जाति में हैं। यही नहीं उत्तर प्रदेश में मझवार, तुरैहा, गोंड़, खैरहा, खोरोट, बेलदार, पनिका आदि अनुसूचित जाति में हैं और इन्ही की पर्यायवाची उपजातियाँ मल्लाह, बिन्द, केवट, धीवर, कहार, रैकवार, माँझी आदि अन्यपिछड़े वर्ग में है। भाजपा ने अनुसूचित जाति का आरक्षण अपने वायदे अनुसार नहीं दिया तो वीआईपी सामाजिक न्याय आधारित राजनीतिक दलों से गठबंधन कर या अकेले अपने बलबूते नाव चुनाव पर चुनावी समर में उतरेगी। श्रीराम की नैया को गंगा पार कराने वाले निषादराज के वंशजों की नैया मंझधार में फंसी है।
श्री साहनी ने आगे कहा कि बिहार में हमारी पार्टी के 4 विधायक हैं। वीआईपी राजग की एक मुख्य सहयोगी पार्टी है। हम निषाद आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं, मंत्री पद हमारे लिए कोई मायने नहीं रखता। मंत्री पद रहे या न रहे, हम निषाद समाज के अधिकार व सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं। निषाद समाज को अपने वोट की ताकत को पहचानने की जरूरत है। हमारी पार्टी 169 सीटों पर मजबूती के साथ लड़ेगी, जरूरत पड़ी तो 403 सीटों पर लड़ाएंगे। रैली को वीआईपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष इं. हरिओम निषाद,प्रदेश उपाध्यक्ष हरिशंकर निषाद, वाराणसी जिला अध्यक्ष सुचित कुमार साहनी, जिला प्रधान महासचिव दीपक आर्य, सुदर्शन चौधरी, जिला महसचिव खुसबू श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष वाराणसी सीमा यादव, प्रदेश सचिव (युवा मोर्चा) धनंजय साहनी, मंडल अध्यक्ष ई. अरविंद मझवार आदि ने सम्बोधित किया।