सियासत
भारतीयों ने तीसरी बार सरकार को मौका देकर स्थिरता का उदाहरण किया पेश : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने 90 के दशक की राजनीतिक अस्थिरता का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय 10 साल में पांच बार चुनाव हुए जिससे देश में अस्थिरता का माहौल बना हुआ था। उन्होंने बताया कि उस समय विशेषज्ञों ने अखबारों में भविष्यवाणी कर दी थी कि भारत में यही हाल रहेगा लेकिन देश के नागरिकों ने इन जानकारों को गलत साबित किया। आज, जब दुनिया के कई हिस्सों में अस्थिरता का माहौल है भारत के लोगों ने लगातार तीसरी बार सरकार को मौका देकर स्थिरता का उदाहरण पेश किया है।
प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों की वोट बैंक राजनीति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पहले सरकारें केवल अगले चुनाव की जीत पर केंद्रित होती थीं। इस प्रकार की राजनीति ने देश में असंतुलन और असमानता को बढ़ावा दिया जिससे जनता का सरकारों पर से विश्वास उठ गया। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने इस विश्वास को फिर से स्थापित किया है। उनकी नीतियां जनता की प्रगति, जनता द्वारा प्रगति और जनता के लिए प्रगति के मूल मंत्र पर आधारित हैं।
प्रधानमंत्री ने बताया कि आज भारत का समाज अभूतपूर्व आकांक्षाओं से भरा हुआ है और सरकार ने इन आकांक्षाओं को अपनी नीतियों का केंद्र बिंदु बनाया है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने देशवासियों को निवेश और रोजगार के साथ-साथ विकास और गरिमा का अनोखा संयोजन दिया है। विकास का ऐसा मॉडल अपनाया गया है जिसमें निवेश से रोजगार पैदा हो और वह रोजगार नागरिकों के जीवन में गरिमा सुनिश्चित करे। उनका उद्देश्य नया और विकसित भारत बनाना है जो वोट बैंक की राजनीति से कोसों दूर है।