मुम्बई
ओवर कॉन्फिडेंस में हरियाणा हारी कांग्रेस : संजय राउत
भड़के नाना पटोले ने कहा, आरोप बर्दाश्त नहीं
मुंबई। हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों का असर अब महाराष्ट्र की राजनीति पर भी दिखने लगा है। बीजेपी में उत्साह बढ़ रहा है, जबकि महा विकास आघाडी (एमवीए) के भीतर तनाव के संकेत मिलने लगे हैं। शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने हरियाणा में कांग्रेस की हार को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कांग्रेस को यह कहते हुए फटकारा कि उसने क्षेत्रीय दलों और इंडिया गठबंधन के अपने सहयोगियों को पर्याप्त महत्व नहीं दिया, जिसके चलते उसे हार का सामना करना पड़ा। राउत ने इसे कांग्रेस का ‘अति आत्मविश्वास’ करार दिया है। इस टिप्पणी पर कांग्रेस ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
मुंबई में पत्रकारों से बातचीत के दौरान संजय राउत ने कहा कि कांग्रेस जहां कमजोर होती है, वहां वह सहयोगी दलों का समर्थन लेती है, लेकिन जहां उसे अपनी स्थिति मजबूत लगती है, वहां वह सहयोगियों और क्षेत्रीय दलों को नज़रअंदाज़ कर देती है।
संजय राउत की नाराजगी

संजय राउत ने कहा कि यदि हरियाणा में कांग्रेस ने चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों को महत्व दिया होता और उनके साथ तालमेल किया होता, तो चुनाव परिणाम अलग हो सकते थे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि इंडिया गठबंधन हरियाणा में मिलकर चुनाव लड़ता और समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, एनसीपी (शरद पवार) और शिवसेना (यूबीटी) को सीटें दी जातीं, तो जीतने की संभावनाएं बेहतर हो सकती थीं। लेकिन कांग्रेस ने समझा कि मुकाबला एकतरफा है और वह अकेले ही जीत जाएगी। परिणामस्वरूप, उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
मुख्यमंत्री पद को लेकर दबाव
हरियाणा चुनाव के नतीजों के बाद शिवसेना (यूबीटी) ने एक बार फिर महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री पद के लिए महा विकास आघाडी के चेहरे की घोषणा करने की मांग की है। राउत ने महाराष्ट्र कांग्रेस और एनसीपी नेता शरद पवार से अपील की कि महाराष्ट्र में जनता एक नेता देखना चाहती है, और चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद का चेहरा तय किया जाना चाहिए।
नाना पटोले का जवाब
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने संजय राउत की टिप्पणियों पर पलटवार किया और कहा कि कांग्रेस के खिलाफ कोई आरोप बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी गठबंधन का हिस्सा हैं, लेकिन इन दोनों दलों के बीच तनाव ऐसे समय में सामने आ रहा है जब राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सीटों का बंटवारा अभी तय होना बाकी है।
