राष्ट्रीय
जम्मू कश्मीर से आतंकवाद के समूल नाश के लिए ‘सेना’ ने कसी कमर
34 साल बाद पहली बार जम्मू संभाग में सेना की 80 कंपनियां तैनात, 80 किलोमीटर के दायरे में जवानों ने फैलाया जाल
रिपोर्ट – सुभाष चंद्र सिंह
जम्मू। सेना ने जम्मू कश्मीर से आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए कमर कस ली है। केंद्र सरकार से खुली छूट मिलने के बाद आतंकवादियों के सफाए के लिए सुरक्षा बल बड़े ऑपरेशन की तैयारी में है। जम्मू संभाग के छत्रगलां से लेकर लोहाई मल्हार के बीच 80 किलोमीटर के दायरे में 48 स्थानों को चिन्हित कर ऊंची पहाड़ियों पर अर्ध-सैनिक बल के जवानों और पुलिस को तैनात किया गया है।
1990 में आतंकवाद के चरम पर होने के बाद पहली बार जम्मू संभाग में सेना की 6 कंपनियां तैनात की गयी हैं। पिछले दिनों तीन-चार आतंकी हमले में मेजर समेत सेना के लगभग एक दर्जन जवानों के शहीद होने के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन की तैयारी कर ली है। कठुआ जिले के ऊंचे पहाड़ी इलाकों में आतंकियों और उनके हमदर्दों के सफाई के लिए सेना ने पूरी तरह से जाल बिछा दिया है। सामरिक दृष्टि से इसे काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
उधमपुर जिले से सटे चोचरू गला, बनी सब डिवीजन के ढग्गर और डुग्गन के पहाड़ी चोटियों पर सेना की अस्थायी चौकियां बना दी गयी हैं। बदनोता समेत डोडा में आतंकी जंगलों की ओट में छिपकर और पहाड़ी चोटियों का इस्तेमाल कर सुरक्षा बलों पर हमले कर रहे है। सेना ने आतंकियों को जंगलों में तलाश कर ढेर करने के लिए ऑपरेशन तेज कर दिया है।
खुफिया सूत्रों के अनुसार, सेना ने उन ठिकानों पर फिर से अपना डेरा जमा लिया है जहां से 1990 के दौरान आतंकवाद के चरम पर होने के बाद आतंकवादियों का सफाया कर दिया गया था। सेना हर गतिविधि पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और ऐसी रणनीति तैयार की है कि अब किसी भी वारदात को अंजाम देने के बाद आतंकी किसी भी तरह से सेना के सुरक्षा घेरे को तोड़कर भाग नहीं पाएंगे।
इससे पहले आतंकी बड़ी वारदातों को अंजाम देने के बाद सेना और पुलिस की अतिरिक्त टुकड़ियों के मौके पर पहुंचने से पहले भागने में सफल हो जा रहे थे, लेकिन अब उन्हें भागने का मौका नहीं मिलेगा। इस बीच डोडा जिले के देसा के जंगलों में 20-25 आतंकी ऊंचाई वाले स्थानों पर बने बक्करवालों के अस्थायी निवास (ढोक) में छिपे हुए है और बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मंगलवार की रात लगभग 4 घंटे के अंतराल में 2 मुठभेड़ हुई थी। संक्षिप्त गोलाबारी के बाद आतंकी जंगलों में जा छिपे है।
सुरक्षा बलों ने बुधवार को तलाशी अभियान के दौरान गंदोह इलाके से इलाके से दो मोर्टार सेल बरामद किए थे। जंगलों में खोजी कुत्तों, हेलीकॉप्टरों और ड्रोन की मदद से विशेष पैरा कमांडो के साथ अतिरिक्त सुरक्षा बल सर्च ऑपरेशन में जुटे हुए थे।