राष्ट्रीय
नरेंद्र मोदी एनडीए के नेता चुने गए, नीतीश की इस बात पर मुस्करा उठे पीएम
जो चाहिए कीजिए पूरा समर्थन है – नीतीश कुमार
नई दिल्ली। संसद के सेंट्रल हॉल में शुक्रवार को बीजेपी और एनडीए के सभी सांसदों ने सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का नेता चुना। इस दौरान पूरा हॉल ‘मोदी मोदी’ के नारों से गूंज उठा। नरेंद्र मोदी ने भी सभी सांसदों का मुस्कुराहट के साथ अभिवादन स्वीकार किया। संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में बैठक को संबोधित किया। उन्होंने न सिर्फ बीते 10 साल में गठबंधन की सफलताओं और उपलब्धियों पर बात की जबकि विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा।

नरेंद्र मोदी ने कहा कि, जब चार जून को चुनावी नतीजे आ रहे थे, मैं काम में व्यस्त था। फोन कॉल आना शुरू हो गए थे। मैंने किसी से पूछा कि आंकड़े तो ठीक है लेकिन मुझे ये बताओ कि ईवीएम जिंदा है या मर गया। क्योंकि ये लोग (विपक्ष) तय करके बैठे थे कि भारत के लोकतंत्र और देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास ही उठ जाए और लगातार ये लोग ईवीएम को गाली दे रहे थे। मुझे तो लग रहा था कि इस बार ईवीएम की अर्थी लेकर जुलूस निकालेंगे। मुझे उम्मीद है कि मुझे अगले पांच सालों तक ईवीएम का रोना सुनने को नहीं मिलेगा। लेकिन जब हम 2029 के चुनाव में जाएंगे तो शायद वे दोबारा ईवीएम का रोना रोए।

एनडीए का नेता चुनने के लिए हुई बैठक में राजनाथ सिंह ने पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव किया। इस प्रस्ताव का जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने भी अनुमोदन किया। नीतीश कुमार ने पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का अनुमोदन करते हुए कहा कि सब लोग मिलकर चलेंगे। जो काम बाकी बचा है, उसे पीएम मोदी पूरा करेंगे। बिहार का बाकी काम पूरा होगा। नीतीश कुमार ने इस दौरान कुछ ऐसा कहा जिस पर पीएम मोदी भी मुस्करा उठे। बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि इधर-उधर जो थोड़ा-बहुत जीत गया है न, अगली बार जब आप आइएगा न तब ऊ सब भी हार जाएगा।

इस बीच मोदी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में पवन कल्याण की तारीफ करते हुए कहा कि ये पवन नहीं है, ये आंधी है। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार में हम अगले 10 साल में गुड गवर्नेस, विकास, सामान्य मानवीय जीवन में सरकार की दखल जितनी कम हो, उतना कम करने का प्रयास करेंगे। उसी से लोकतंत्र की मजबूती है। आज के टेक्नोलॉजी के युग में हम बदलाव चाहते हैं। विकास का नया अध्याय लिखेंगे। गुड गवर्नेस का अध्याय लिखेंगे। जनता जर्नादन के विकास का नया अध्याय लिखेंगे और विकसित भारत के सपने को साकार करके रहेंगे।
