वाराणसी
“ख़ुद मियां फ़ज़ीहत, औरों को नसीहत” अवधेश राय हत्याकांड पर कांग्रेस का अलका राय पर हमला
बीजेपी की पूर्व विधायक अलका राय और उनके पुत्र पियूष राय द्वारा जिस तरह से प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर बयानबाजी की गई है, वह कहीं से भी उचित नहीं है। उक्त बातें युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विकास सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि, अजय राय ने अपने भाई के मुकदमे में दमदारी से पैरवी की और कानून ने अपना काम करते हुए मुख्तार अंसारी को दोषी पाते हुए सजा सुनाई। जबकि कृष्णानंद राय हत्याकांड में सीबीआई कोर्ट से मुख्तार अंसारी सहित सारे आरोपी बरी हुए।
ऐसे में मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उस व्यक्ति पर टिप्पणी न करना कहां से अनुचित हो गया। विकास सिंह ने कहा अलका राय बेवजह की टिप्पणी कर अपने को भूमिहार समाज का रहनुमा दिखाना चाहती है और प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस अजय राय पर बेतुका टिप्पणी करके खुद को भूमिहार बिरादरी का सबसे बड़ा नेता साबित करना चाहती है। जबकि सच्चाई यह है कि जितना अजय राय ने अपने समाज के लिए किया, उतना अन्य किसी ने भी भूमिहरों के लिए नही किया। आज भी उनके साथ भूमिहार समाज की बड़ी लॉबी जुड़ी हुई है, जबकि अलका राय के साथ उनके लोग ही खड़े नही हुए और कृष्णानंद राय हत्याकांड के मुकदमे में मुकर गए।
जब सुरक्षा नहीं थी तब कहां थे अलका राय और पीयूष राय : विकास सिंह
विकास सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जब अवधेश राय हत्याकांड में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गवाही दे रहे थे तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की सुरक्षा भाजपा सरकार द्वारा वापस ले ली गई थी, परंतु इस विषय पर कभी भी पूर्व विधायक अलका राय द्वारा कोई भी टिप्पणी नहीं की गई थी। अगर इतना ही मुख्तार अंसारी से उनका विरोध था तो अजय राय के लिए उसे समय उन्हें भी अपने पार्टी के नेताओं से बात करनी चाहिए थी और मीडिया में आकर कहना चाहिए था कि अजय राय के साथ गलत हो रहा है उनको सुरक्षा मिलना जरूरी है।
भाजपा नेताओं के इशारों पर चल रहा है कृष्णानंद राय का परिवार – विकास
विकास सिंह ने कहा कि – स्वर्गीय कृष्णानंद राय का पूरा परिवार भाजपा नेताओं के इशारों पर चल रहा है भूमिहार वोट बैंक को लेकर भाजपा के बड़े नेताओं द्वारा चुनाव के समय कृष्णानंद राय परिवार को आगे कर दिया जाता है। अगर मुख्तार अंसारी से इनका इतना ही विरोध था तो क्यों इन्होंने कृष्णानंद राय हत्याकांड में मजबूती से गवाही क्यों नहीं करवाई।