वाराणसी
वाराणसी : रोडवेज टैक्सी स्टैंड पर जमकर मारपीट, शांति भंग की आशंका में पांच गिरफ्तार

सिगरा थाना क्षेत्र के रोडवेज टैक्सी स्टैंड पर गुरुवार को दो गुटों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस दौरान लाठी डंडे भी चले जिसमें कई लोगों को चोटें आई। पुलिस ने घटना के संबंध में पांच लोगों को शांति भंग की आशंका में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। स्थानीय लोगों ने कहा कि सिगरा थाना और रोडवेज पुलिस चौकी के लोग प्रतिदिन हजारों रुपए की अवैध वसूली करते हैं और इस तरह की घटनाओं को देखकर भी अपनी आंखें मूंदे रहते हैं। किसी दिन बड़ी घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
सिगरा थाना प्रभारी और एसीपी को निलंबित करने की मांग, आजाद अधिकार सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने उठाया घटना पर सवाल-
आजाद अधिकार सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने वाराणसी के सिगरा थाना क्षेत्र के कैंट स्टेशन के सामने स्थित अवैध टैक्सी स्टैंड पर गुरुवार को हुई मारपीट की घटना में सिगरा थाना प्रभारी और एसीपी चेतगंज को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके तत्काल प्रभाव से निलंबन की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार को पत्र भेज कर कहा है कि, उन्होंने कई बार टैक्सी स्टैंड के संबंध में स्थानीय पुलिस अफसर को शिकायती पत्र भेजा था जिसमें अंतिम बार पुलिस अधीक्षक चंदौली के पेशकार धीरेंद्र प्रताप सिंह और उनके पुत्र के बारे में शिकायत की थी। इसके विपरीत हर बार सिगरा थाना प्रभारी और एसीपी चेतगंज द्वारा उक्त मामले में फर्जी रिपोर्ट लगाकर उसे रफा-दफा कर दिया गया।
अभी हाल ही में 12 जनवरी को अपने रिपोर्ट में एसीपी चेतगंज ने एक बार फिर मौके पर कोई अवैध टैक्सी स्टैंड न होने की बात कही थी। साथ ही गलत तथ्य अंकित करते हुए इंस्पेक्टर धीरेंद्र प्रताप सिंह और उनके पुत्र को क्लीन चिट दे दिया था। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि, गुरुवार की घटना इन्हीं परिस्थितियों की देन है और यह दर्शाती है कि पुलिस इस अवैध गतिविधि में पूरी तरह शामिल है। मैंने पुलिस महानिदेशक से एसीपी चेतगंज और सिगरा थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की मांग की है।