वाराणसी
काशी विश्वनाथ मंदिर के बाद अब मारकंडेय महादेव का शिखर भी स्वर्णिम आभा से दमका
वाराणसी। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी के शिवालयों के सौंदर्यीकरण पर हाल के दिनों में काफी काम हुआ है। इस कड़ी में सबसे पहले श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का विस्तार हुआ। मंदिर से धाम बन गया। बाबा विश्वनाथ के गर्भगृह को अंदर व बाहर से स्वर्णमयी कर दिया गया। अब गंगा-गोमती तट पर स्थित कैथी के मारकंडेय महादेव मंदिर का शिखर भी स्वर्णिम आभा से दमक उठा है। अब श्रावण मास के तीसरे सोमवार यानी पहली अगस्त को चंदौली के सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय इसका लोकार्पण करेंगे।
50 लाख की लागत से शिखर हुआ स्वर्णमंडित
क्षेत्रीय लोगों और मंदिर प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक मारकंडेय महादेव धाम के सौंदर्यीकरण का काम तो पिछले कई सालों से चल रहा है। मंदिर के आसपास काफी कुछ काम हो भी गया है। गंगा-गोमती संगम किनारे का घाट पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो चुका है। पक्के घाट बना दिए गए हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाएं भी काभी बढ़ गई हैं। अब 50 लाख की लागत से मंदिर का शिखर स्वर्णंमंडित कर दिया गया है। शिखर पर गोल्ड कोटेड तांबे की प्लेट लगा दी गई है। इसके चलते दूर से ही मंदिर के शिखर की आभा देखते बन रही है।
साल भर लगा शिखर को स्वर्णमंडित करने में
बीजेपी के जिला मीडिया प्रभारी अनिकेत मिश्र के अनुसार मारकंडेय महादेव के शिखर को स्वर्णंमंडित करने में पूरे एक साल लगे। पिछले वर्ष श्रावण के तीसरे सोमवार को ही शिखर पर सोना मढने का काम आरंभ हुआ था। यही वजह है कि अबकी बार श्रावण मास के तीसरे सोमवार को ही शिवभक्तों के समक्ष इसका लोकार्पण भी किया जाएगा। मंदिर के शिखर पर जो गोल्ड कोटेड तांबे का पत्तर लगा है उसकी उम्र करीब एक हजार साल हैं।