वाराणसी
अग्निपथ योजना के विरोध में धरना प्रदर्शन में फसे 40 दक्षिण भारतीयों को जिलाधिकारी ने पकड़ाया ट्रेन
रिपोर्ट : मनोकामना सिंह
वाराणसी।जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा द्वारा बताया गया कि अग्निपथ योजना के विरोध में हुए धरना-प्रदर्शन व उपद्रव में जिला मांड्या, कर्नाटका के 40 दक्षिण भारतीय वाराणसी में फंसे हुए थे। इन सभी लोगों को दिनांकः 17.06.2022 को पं0 दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन से ट्रेन नम्बर-12296, संघमित्रा सुपरफास्ट एक्सप्रेस द्वारा कर्नाटक स्थित अपने-अपने जनपद को जाना था, परन्तु दिनांकः 17.06.2022 को अग्निपथ योजना के विरोध के हुए धरना-प्रदर्शन व संघमित्रा ट्रेन के निरस्त हो जाने के कारण यह सभी दक्षिण भारतीय वाराणसी/चंदौली में फंसे रह गये। इस सम्बन्ध में कर्नाटक सरकार के राहत आयुक्त, जिलाधिकारी मंड्या द्वारा जिलाधिकारी, वाराणसी को ई-मेल द्वारा इन फंसे हुए दक्षिण भारतीयों के अपने घरों तक पहुॅंचाने हेतु पत्र लिखा गया।
इसी प्रकार भारत के पर्यटन मंत्री श्री जी किशन रेड्डी के कार्यालय से भी सूचना प्राप्त हुई कि बहुत से दक्षिण भारतीय श्रद्धालु वाराणसी में ट्रेन निरस्त होने से फंस गए है।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा द्वारा बताया गया कि माननीय मंत्री जी और कर्नाटक सरकार द्वारा किये गये अनुरोध के क्रम में तत्काल इन सभी दक्षिण भारतीयों को उनके घरों तक पहुॅंचाने की व्यवस्था हेतु कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तथा रेलवे विभाग से समन्वय कर इनके लिए दिनांकः 20.06.2022 को सायंकाल 08.00 बजे एक स्पेशल ट्रेन नम्बर-BSBS-MAS TOD (One Way Special) Express बनारस स्टेशन (पूर्व नाम मण्डुवाडीह) से चेन्नई सेण्ट्रल तक रवाना किया जायेगा। इस सम्बन्ध में माननीय मंत्री जी के कार्यालय और कर्नाटक सरकार के राहत आयुक्त कार्यालय को भी ई-मेल एवं दूरभाष पर सूचित कर दिया गया है व उक्त ट्रेन का सम्पूर्ण रूट चार्ट भेजते हुए वाराणसी/चंदौली में फंसे हुए सभी दक्षिण भारतीयों को उक्त ट्रेन के समय पर पहुॅंचने हेतु अवगत कराये जाने हेतु अनुरोध किया गया है। जनसामान्य को सूचित करने हेतु सभी मठ, लॉज, होटल में भी ये सूचना दिलाई जा रही है।
वाराणसी में फंसे सभी श्रद्धालुओं, रेल यात्रियों के लिए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर अन्न क्ष्रेत्र सामने आया है और सभी के लिए निशुल्क दोपहर और रात्रि के भोजन की व्यवस्था की जिम्मेदारी ली है। मंडलायुक्त वाराणसी के द्वारा दिये गए निर्देश के अनुसार कोई भी निरस्त ट्रेन का यात्री अन्नक्षेत्र में जा कर निशुल्क भोजन कर सकता है।