गोरखपुर
फर्स्ट एसी कोच में लॉक हुआ केबिन, हेल्पलाइन कॉल से सुलझा मामला
गोरखपुर। कुशीनगर एक्सप्रेस के प्रथम श्रेणी वातानुकूलित (फर्स्ट एसी) कोच में सवार एक परिवार को भीतर से केबिन का दरवाजा लॉक हो जाने के कारण करीब एक घंटे से अधिक समय तक कैद रहना पड़ा। अचानक दरवाजा न खुलने से परिवार की सांसें अटक गईं और स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
बता दें कि, राप्ती नगर मोहल्ले के निवासी अभिषेक कुमार अपने परिवार के साथ महाकाल दर्शन के लिए गोरखपुर से कुशीनगर एक्सप्रेस में सवार हुए थे। फर्स्ट एसी कोच के केबिन में टिकट जांच के बाद उन्होंने दरवाजा बंद कर लिया। कुछ देर बाद जब केबिन का दरवाजा खोलने की जरूरत पड़ी तो वह भीतर से लॉक हो गया और किसी भी तरह से नहीं खुल सका।
दरवाजा न खुलने पर परिवार के लोग घबरा गए। इसके बाद उन्होंने रेलवे के हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर पूरी स्थिति की जानकारी दी। सूचना मिलते ही रेलवे का कंट्रोल रूम सक्रिय हुआ और संबंधित कर्मचारियों को अवगत कराया गया।
ट्रेन के गोंडा रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद रेलवे कर्मचारियों और मैकेनिकों की टीम मौके पर पहुंची और केबिन का दरवाजा खोलने का प्रयास शुरू किया। तकनीकी कारणों से दरवाजा खोलने में समय लगा और इस दौरान परिवार लगभग एक घंटे से अधिक समय तक केबिन में बंद रहा।
काफी मशक्कत के बाद जब दरवाजा खुला, तब परिवार के लोगों ने राहत की सांस ली। रेलवे कर्मचारियों की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया, लेकिन इस घटना ने ट्रेन के एसी कोच में सुरक्षा और तकनीकी व्यवस्था को लेकर सवाल जरूर खड़े कर दिए।
