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न्यायिक अधिकारियों ने परखी वन स्टॉप सेंटर की कार्यप्रणाली, संवेदनशीलता बढ़ाने पर बल
संतकबीरनगर। जनपद न्यायाधीश मोहन लाल विश्वकर्मा के निर्देशन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव/अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश देवेंद्र नाथ गोस्वामी द्वारा बुधवार को वन स्टॉप सेंटर का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान केंद्र पर महिलाओं एवं बच्चों को दी जा रही सुरक्षा, सहायता और सुविधाओं की गहन समीक्षा की गई।
निरीक्षण के समय न्यायाधीश ने वन स्टॉप सेंटर में आने वाली पीड़ित महिलाओं एवं बच्चों की समस्याओं, उनके त्वरित निस्तारण तथा केंद्र पर संचालित योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। केंद्र पर लंबित मामलों की स्थिति की भी समीक्षा की गई और यह देखा गया कि पीड़ितों को समय से स्वास्थ्य सुविधाएं, आवश्यक चिकित्सीय उपचार, पुलिस सुरक्षा, कानूनी परामर्श एवं अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं।
निरीक्षण के दौरान संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वन स्टॉप सेंटर के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि अधिक से अधिक पीड़ित महिलाएं और बच्चे इस सुविधा का लाभ उठा सकें। इसके लिए जागरूकता शिविर, पंपलेट एवं अन्य माध्यमों से जानकारी प्रसारित करने के निर्देश सेंटर प्रबंधक को दिए गए।
इस अवसर पर एलडीआरएफ के चीफ अजय श्रीवास्तव, वन स्टॉप सेंटर का स्टाफ, महिला सुरक्षा कर्मी सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। निरीक्षण के बाद अधिकारियों ने केंद्र की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी व संवेदनशील बनाने पर बल दिया।
