वाराणसी
सपा की मासिक बैठक में एसआईआर और संगठनात्मक मजबूती पर मंथन
वाराणसी। समाजवादी पार्टी की जिला इकाई की मासिक बैठक रविवार को अर्दली बाजार स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में संगठन को मजबूत करने और एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़ ने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि वे बूथ स्तर पर सक्रिय रहते हुए छूटे हुए गणना प्रपत्रों को भरवाने के अभियान को तेज करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बूथ पर पदाधिकारी पूरी सजगता के साथ यह सुनिश्चित करें कि कोई भी पात्र मतदाता सूची से वंचित न रह जाए।
बैठक के मुख्य अतिथि चंदौली सांसद वीरेंद्र सिंह ने कहा कि पार्टी के नेता और बीएलए को बीएलओ के साथ समन्वय बनाकर घर-घर जाकर लोगों की सहायता करनी चाहिए। जिन मतदाताओं के गणना प्रपत्र अब तक जमा नहीं हुए हैं, उन्हें भरवाने में सहयोग किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि एसआईआर के नाम पर सरकार जानबूझकर जनता को परेशान कर रही है, जैसा पहले नोटबंदी और कोविड काल में किया गया था। उन्होंने महाकुंभ के दौरान हुई मौतों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने इसके वास्तविक आंकड़े सामने नहीं रखे।
सांसद वीरेंद्र सिंह ने महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमत देश की आर्थिक स्थिति की गंभीरता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है और जनता का ध्यान भटकाने के लिए लगातार नए एजेंडे सामने ला रही है।
बैठक का संचालन करते हुए जिला प्रवक्ता संतोष यादव बबलू एडवोकेट ने एसआईआर को लेकर सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को अपने संगठनात्मक दायित्वों का गंभीरता से निर्वहन करना चाहिए। पार्टी नेता और बीएलए अपने-अपने बीएलओ से संपर्क बनाकर अधिक से अधिक मैपिंग सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर जिला महासचिव आनंद मौर्य, पूर्व विधायक महेंद्र सिंह पटेल, डॉ. उमाशंकर सिंह यादव, डॉ. सुभाष राजभर, डॉ. रामबालक पटेल, प्रदीप मौर्य, कन्हैया राजभर, मनीष सिंह, सत्यप्रकाश सोनकर सोनू, उमेश प्रधान, माया शंकर यादव, शशि यादव, कमलेश पटेल, लालमन राजभर, बाबूलाल यादव, अक्षय प्रधान बबलू, मनोज यादव, ओपी पटेल, सुनील सोनकर, मोतीलाल, मोदी यादव, हरिशंकर विश्वकर्मा, संजय मिश्रा, अखिलेश यादव, डॉ. फैसल रहमान, धर्मेंद्र सिंटू यादव, नंदलाल कन्नौजिया, राहुल सोनकर, अयाज खान, रामकुमार यादव, शिवबली विश्वकर्मा, अवधेश अंबेडकर, गोपाल यादव, चंद्रशेखर सिंह, सचिन प्रजापति, रामकिंकर पटेल, राजेंद्र प्रसाद, नीलेश, रीना देवी, सत्येंद्र यादव, केशर यादव और लवकुश पगड़ी सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने अपने विचार रखे।
