गोरखपुर
सौ फीट गहरा गड्ढा खोदने से दहला इलाका, एक किलोमीटर तक कंपन महसूस
गोरखपुर। पेट्रोलियम और नेचुरल गैस की तलाश में किए जा रहे सर्वे के दौरान गड्ढा खोदने और ब्लास्ट से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। नयनसर गांव सहित आसपास के क्षेत्रों में धमाके से एक किलोमीटर की दूरी तक झटका महसूस किया गया। कई लोगों ने इसे भूकंप समझकर घरों से बाहर निकल आए।
घटना के समय मौके पर केवल मजदूर और कंपनी का सुपरवाइजर मौजूद था, जबकि कोई भी अधिकारी दिखाई नहीं दिया। ग्रामीणों ने जब अनुमति पत्र दिखाने की मांग की तो सुपरवाइजर ने करीब दस महीने पुराना दस्तावेज प्रस्तुत किया। आरोप है कि बिना किसी मुआवजे के खेतों में बारूद डालकर विस्फोट करा दिया गया। विरोध बढ़ने पर कंपनी के अधिकारियों ने मुआवजा देने का आश्वासन दिया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ब्लास्ट के दौरान गड्ढे से मिट्टी 150 फीट से अधिक ऊंचाई तक उछली। इससे पूरे इलाके में कंपन हुआ और लोग सहम गए। बताया गया कि अलग-अलग स्थानों पर 100 फीट से ज्यादा गहराई तक बोरिंग की गई।
जिला खनन निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि पेट्रोलियम गैस और खनन से संबंधित उनके पास कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है तथा सर्वे टीम की ओर से भी अब तक कोई सूचना नहीं दी गई है।
ओएनजीसी अल्का जियो कंपनी द्वारा नेचुरल गैस और तेल की खोज के लिए यह सर्वे कराया जा रहा है। कंपनी के जनसंपर्क अधिकारी का कहना है कि प्रभावित ग्रामीणों को सात से आठ दिनों के भीतर मुआवजा प्रदान किया जाएगा। ग्रामीण घलटूराम, प्रशांत त्रिपाठी और रामनवल ने बताया कि शनिवार को कई स्थानों पर खुदाई और ब्लास्ट किया गया, लेकिन अब तक किसी को कोई भुगतान नहीं मिला है। वहीं, नयनसर गांव में एक काश्तकार ने मुआवजा न होने पर अपने खेत में गड्ढा खोदने की अनुमति देने से इनकार कर दिया।
कंपनी की अनुमति वैध है या नहीं, इसका पता लगाने के लिए विशेषज्ञों की टीम भेजी जाएगी और व्यापक जांच की तैयारी की जा रही है।
