वाराणसी
सेना भर्ती रैली में युवाओं ने दिखाया जोश, दौड़ में झोंकी पूरी ताकत
वाराणसी। वाराणसी कैंट स्थित रणबांकुरा स्टेडियम में शनिवार को अग्निवीर सेना भर्ती रैली की शुरुआत जोश और उत्साह के साथ हुई। पहले दिन क्लर्क और ट्रेडमैन पदों के लिए कुल 12 जिलों से 1028 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, जिनमें से 844 ने 1600 मीटर की दौड़ में भाग लिया। इनमें 395 युवाओं ने सफलता प्राप्त की।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, कर्नल रेशमा शरीन ने संभाली कमान
आयोजन का नेतृत्व आगरा से आई कर्नल रेशमा शरीन के निर्देशन में 11 सदस्यीय टीम ने किया। वहीं कैंट पुलिस ने रैली स्थल और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था संभाली। कैंट थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्रा, फुलवरिया चौकी प्रभारी दीक्षा पांडेय व शांतनु मिश्रा लगातार गश्त पर रहे।
छह मिनट 15 सेकेंड में पूरी करनी थी 1600 मीटर दौड़
पहले दिन युवाओं ने 1600 मीटर की दौड़ पूरी करने के लिए दमखम दिखाया। नियमों के अनुसार, अभ्यर्थियों को छह मिनट 15 सेकेंड में दौड़ पूरी करनी थी। सफल अभ्यर्थियों की शारीरिक माप और दस्तावेज़ों की जांच की गई। तीनों चरण पार करने वाले अभ्यर्थियों को 9 नवम्बर को चिकित्सीय परीक्षण के लिए बुलाया जाएगा।
सीसीटीवी निगरानी में चलेगी पूरी प्रक्रिया
भर्ती प्रक्रिया हर दिन सुबह छह बजे से शुरू होकर शाम तक चलेगी। यह रैली 8 नवम्बर से 21 नवम्बर तक यानी कुल 14 दिनों तक चलेगी। परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए 17 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वहीं, 12 चिकित्सक, तीन कर्नल और 30 सैन्यकर्मी रैली संचालन में जुटे हैं।
वाराणसी, आजमगढ़, बलिया, चंदौली, देवरिया, गाजीपुर, गोरखपुर, जौनपुर, मऊ, मीरजापुर, भदोही और सोनभद्र जिलों के अभ्यर्थी रैली में शामिल हुए।
जरूरी दस्तावेज साथ लाना अनिवार्य
अभ्यर्थियों को वाटरप्रूफ बैग, ए-4 साइज में कलर एडमिट कार्ड, शैक्षिक प्रमाणपत्र, दसवीं-बारहवीं की मार्कशीट, आठवीं के लिए टीसी व मार्कशीट, निवास, जाति और धर्म प्रमाणपत्र, पुलिस एवं ग्राम पंचायत द्वारा जारी चरित्र प्रमाणपत्र (6 माह से पुराना न हो), अविवाहित प्रमाणपत्र, पैन और आधार कार्ड साथ लाने के निर्देश दिए गए हैं।
“किसी भी अभ्यर्थी को परेशानी नहीं होगी”
सेना भर्ती निदेशक शैलेश कुमार ने बताया कि सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने कहा, “भर्ती प्रक्रिया को व्यवस्थित और पारदर्शी तरीके से सम्पन्न कराया जा रहा है। किसी भी अभ्यर्थी को कोई असुविधा नहीं होगी।”
