धर्म-कर्म
चौक में गूंजेगा ‘जय भैरव बाबा की’ का जयघोष, 12 नवंबर को होगा श्री आस भैरव का वार्षिक अष्टमी श्रृंगार
वाराणसी। विश्वनाथ की नगरी में श्रद्धा और आस्था का संगम एक बार फिर देखने को मिलेगा। चौक स्थित प्राचीन मंदिर बाबा श्री आस भैरव के वार्षिक अष्टमी श्रृंगार की तैयारियां जोरों पर हैं। यह दिव्य आयोजन आगामी 12 नवंबर, बुधवार को भव्य रूप से संपन्न होगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ 9 नवंबर की सायं भैरव अष्टमी पाठ से होगा, जो लगातार तीन दिनों तक चलेगा। 12 नवंबर की सायं पाठ समापन के बाद दोपहर 2 बजे से बाबा का अलौकिक श्रृंगार प्रारंभ होगा। भक्तजन और स्थानीय व्यापारी मिलकर बाबा को दिव्य आभूषणों और फूलों से सजाएंगे।
रात्रि 12 बजे बाबा श्री आस भैरव का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा और 12:15 बजे भव्य महाआरती का आयोजन होगा। इस दौरान चौक का वातावरण “जय भैरव बाबा की” के जयघोष से गूंज उठेगा।
कार्यक्रम में पूर्वांचल के प्रसिद्ध शनि महाराज द्वारा भव्य झांकी दर्शन का भी आयोजन किया जाएगा, जो भक्तों के आकर्षण का मुख्य केंद्र रहेगा।
पूरे आयोजन की व्यवस्था रेशम कटरा, सुड़िया और चौक व्यापार मंडल के सहयोग से की जा रही है। आयोजकों ने बताया कि बाबा का वार्षिक श्रृंगार वाराणसी की धार्मिक परंपरा और सांस्कृतिक गौरव का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे परिवार सहित पहुंचकर बाबा के दर्शन करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
