चन्दौली
बहनों ने भाई की लंबी आयु के लिए की पर्वतराज गोवर्धन की पूजा

चंदौली। दीपोत्सव पर्व के एक दिन बाद पर्वत राज गोवर्धन की पूजा की जाती है। गोवर्धन पूजा को लेकर बुधवार की प्रातःकाल से ही महिलाएं तैयारी में जुट गईं। इस दौरान महिलाओं ने अपने-अपने भाई के दीर्घायु की कामना की।
बुधवार की प्रातःकाल महिलाएं और युवतियां श्री राम जानकी शिवमठ मंदिर, श्री महावीर मंदिर सहित अन्य स्थानों पर गाय के गोबर से पर्वतराज गोवर्धन की आकृति सहित विभिन्न प्रकार की आकृतियां बनाई। तत्पश्चात अपराह्न में सभी महिलाएं समूह में एकत्रित होकर भगवान श्री कृष्ण, पर्वतराज गोवर्धन सहित अन्य देवी-देवताओं की पूजा अर्चना की। साथ ही गोवर्धन व्रत की कथा का श्रवण किया।
इस दौरान महिलाओं और बहनों ने पर्वतराज गोवर्धन को पान, सुपारी, माला, फूल अर्पित कर दीप जलाकर अपने भाई की लंबी आयु की कामना की। अंत में महिलाओं ने मुसर से सुपारी कुचलकर पूजन संपन्न किया।
बताते चलें कि बाल्यकाल में भगवान श्री कृष्ण ने बृजवासियों से इंद्र की पूजा बंद कर प्रकृति और पर्वत राज की पूजा करने की बात कही थी। इससे देवताओं के राजा इंद्र क्रोधित हो गए। उन्होंने बादलों को आदेश दिया कि पूरे ब्रज में वर्षा की जाए। भगवान श्री कृष्ण ने अपनी कनिष्ठ उंगली पर पर्वत को उठाकर लगभग सात दिनों तक पूरे ब्रजवासियों की रक्षा की थी। तभी से पूरे ब्रज सहित अन्य स्थानों पर पर्वत राज गोवर्धन और प्रकृति की पूजा शुरू की गई। आज भी यह परंपरा पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है।
गोवर्धन पूजा को लेकर महिलाओं में काफी उत्साह रहा। नगर के बाजार में धान का लावा, लाई चुड़ा, चीनी का घरिया सहित मिट्टी के विभिन्न प्रकार के कलश और दीयों की दुकान सजी रही।