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दीपोत्सव की रौनक से खिले कुम्हारों के चेहरे, स्वदेशी दीयों की मांग में बढ़ोतरी

सन्त कबीर नगर। दीपोत्सव के आगमन के साथ ही बखिरा क्षेत्र में स्वदेशी दीयों की मांग में अभूतपूर्व वृद्धि देखने को मिल रही है। इस बढ़ती मांग ने स्थानीय कुम्हारों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। परंपरागत मिट्टी के दीये, जो कभी बाजार से गायब से हो गए थे, अब फिर से अपनी चमक बिखेर रहे हैं।
स्थानीय कुम्हारों का कहना है कि इस बार लोगों में “मेक इन इंडिया” और “स्वदेशी अपनाओ” का जोश दिखाई दे रहा है। बाजारों में मिट्टी के दीयों की खूब बिक्री हो रही है, जिससे उनके घरों में भी खुशहाली लौटी है।
बखिरा बाजार से लेकर आसपास के ग्रामीण इलाकों तक दीयों की मांग लगातार बढ़ रही है। लोगों का मानना है कि स्वदेशी दीये न सिर्फ पर्यावरण के अनुकूल हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति की आत्मा को भी जीवित रखते हैं। दीपोत्सव का यह उल्लास स्थानीय कलाकारों और कुम्हार समुदाय के लिए उम्मीद की नई किरण लेकर आया है।