गाजीपुर
असुरों के अत्याचार पर ईश्वर अवतार लेकर करते हैं संहार : साध्वी सुनीता

श्रीरामकथा के तीसरे दिन साध्वी सुनीता ने कराया रामजन्म का रसपान
नंदगंज (गाजीपुर)। क्षेत्र के लखीमपुर गांव में चल रही सात दिवसीय श्रीरामकथा में तीसरे दिन रविवार को कथावाचक साध्वी सुनीता जी ने श्रोताओं को राम जन्म की कथा का रसपान कराया। प्रसंग सुनकर श्रोता भावविभोर हो उठे।
कथावाचक साध्वी ने कहा कि पृथ्वी पर जब-जब असुरों का अत्याचार बढ़ा, तब-तब ईश्वर ने किसी न किसी रूप में अवतार लेकर असुरों का संहार किया। जब पृथ्वी पर धर्म के स्थान पर अधर्म बढ़ने लगता है, तब धर्म की स्थापना के लिए ईश्वर को आना पड़ता है। भगवान राम ने भी पृथ्वी लोक पर मानव रूप में आकर धर्म की स्थापना की और लोगों का कल्याण किया।

कथा में उन्होंने रामजन्म का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि जब अयोध्या में भगवान राम का जन्म होने वाला था, तब समस्त अयोध्या नगरी में शुभ संकेत होने लगे थे। प्रभु राम का जन्म होने पर चारों ओर खुशी का माहौल बन गया। इससे पहले संगीतमय भजन-कीर्तन के बीच आरती का कार्यक्रम हुआ, जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर पूजा-अर्चना की। श्रीराम कथा में श्रद्धालुओं की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।