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गाजीपुर

जिला कारागार में आयोजित हुआ विशेष चिकित्सा शिविर

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गाजीपुर। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा संरक्षित एवं जेल मैनुअल के अंतर्गत कार्यरत संस्था उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक समिति ने बुधवार को जिला कारागार गाजीपुर में एक विशेष मेडिकल कैंप का आयोजन किया। इस अवसर पर 135 बंदियों का त्वचा रोग (दाद, खुजली, दिनाय आदि) से संबंधित परीक्षण किया गया और उन्हें आवश्यक दवा मुफ्त प्रदान की गई।

जेल अधीक्षक जगदम्बा प्रसाद दुबे ने बताया कि बंदियों में त्वचा रोग से पीड़ितों के इलाज हेतु पहले भी चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा चुका है। इस आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, समिति के अध्यक्ष अभिषेक कुमार सिंह एवं महर्षि विश्वामित्र मेडिकल कॉलेज, गाजीपुर के प्राचार्य डा. आनंद मिश्रा के सहयोग तथा समिति के चेयरमैन कमलेश श्रीवास्तव के निर्देशन में यह मेडिकल कैंप आयोजित किया गया।

इस कैंप में मौजूद डॉक्टरों की टीम में डा. प्राची शर्मा (चर्म रोग विशेषज्ञ), डा. संतोष कुमार यादव, फार्मासिस्ट रोहित प्रकाश वर्मा, जेल के डॉक्टर डा. जितेंद्र कुमार और फार्मासिस्ट भुवनेश्वर कुमार शामिल थे। उन्होंने बंदियों का व्यक्तिगत परीक्षण किया और उचित दवा वितरण की व्यवस्था की।

समिति के जिला सचिव अभिषेक कुमार सिंह ने कहा, “1938 में स्थापित इस समिति का उद्देश्य जेल में निरुद्ध बंदियों के स्वास्थ्य एवं सुधार के लिए निरंतर कार्य करना है। आज का यह मेडिकल कैंप इसी प्रतिबद्धता का उदाहरण है।”

जेल अधीक्षक जगदम्बा प्रसाद दुबे ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे चिकित्सा शिविर बंदियों के स्वास्थ्य सुधार में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। इस अवसर पर जेलर शेषनाथ यादव, डिप्टी जेलर राजेश कुमार और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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मेडिकल कैंप में समिति के जिला सचिव अभिषेक कुमार सिंह, सुजीत कुमार सिंह, निशांत सिंह और इंद्रबहादुर सिंह मौजूद थे।

अभिषेक कुमार सिंह (जिला सचिव, अपराध निरोधक समिति गाजीपुर) ने बताया कि, “हमारा प्रयास जेल में बंदियों के स्वास्थ्य और सुधार के लिए निरंतर कार्य करना है।”

डॉ. प्राची शर्मा (चर्म रोग विशेषज्ञ) ने कहा कि “मेडिकल कैंप से बंदियों को उचित परीक्षण और उपचार मिलना एक महत्वपूर्ण कदम है।” इसके अलावा, जिला कारागार के जेल अधीक्षक जगदम्बा प्रसाद दुबे ने इस हेल्थ कैंप के बारे में बात करते हुए कहा कि, “इस तरह के कार्यक्रम बंदियों के स्वास्थ्य में सुधार और पुनर्वास के लिए सहायक होते हैं।”

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