गाजीपुर
संतान की दीर्घायु के लिए माताओं ने रखा जीवित्पुत्रिका व्रत

जमानियां (गाजीपुर)। संतान की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना के लिए माताओं ने जीवित्पुत्रिका (जितिया) व्रत बड़ी श्रद्धा और आस्था के साथ रखा। रविवार को प्रातःकाल महिलाएं जमानियां चक्काबांध गंगा नदी में स्नान कर विधिवत पूजा-अर्चना कीं।
मान्यता है कि गंगा स्नान से व्रत की शुद्धि और फल की प्राप्ति अधिक होती है। गंगा स्नान के उपरांत महिलाएं समूह बनाकर राधा कृष्ण मंदिर पहुँचीं, जहाँ मंदिर परिसर में जीवित्पुत्रिका निर्जला व्रत कथा का आयोजन हुआ। सभी महिलाएं परंपरागत वेश-भूषा, विशेषकर लाल-पीली साड़ी पहनकर दीप जलाते हुए पूजा में बैठीं।
मंदिर के पुजारी चंद्रभूषण महाराज ने श्रद्धालु महिलाओं को जितिया व्रत की कथा सुनाई। कथा के दौरान उन्होंने बताया कि यह व्रत विशेष रूप से माताएं अपने पुत्र-पुत्रियों की रक्षा और उनकी दीर्घायु के लिए रखती हैं। जीवित्पुत्रिका व्रत में माताएं निर्जल (बिना पानी पिए) उपवास करती हैं और पूरे दिन भक्ति भाव में लीन रहती हैं।
कथा श्रवण के बाद सभी महिलाओं ने सामूहिक रूप से आरती उतारी और संतान की सुख-समृद्धि की मंगलकामना की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिलाएं मौजूद रहीं और पूरे आयोजन में भक्तिमय माहौल बना रहा।