गाजीपुर
विधायक को गाली देने पर बवाल, अम्बेडकरवादियों में उबाल

विधायक बोले – “आशीर्वाद समझ रहा हूँ”
गाजीपुर। समाजवादी पार्टी की सैदपुर विधानसभा इकाई में हुए विवाद ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। 5 जून 2025 को सपा की मासिक बैठक के बाद खेदन यादव द्वारा विधायक अंकित भारती और उनके पिता के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणी और धमकी से जिलेभर के अम्बेडकरवादी और दलित समाजवादी गुटों में आक्रोश फैल गया है।
बैठक समाप्त होने के बाद खेदन यादव ने वरिष्ठ पदाधिकारियों की उपस्थिति में विधायक और उनके पिता को गाली देते हुए वर्ष 2027 में “निपटाने” की धमकी दी। इस घटना की जानकारी 6 जून को जिला मुख्यालय की बैठक में जिलाध्यक्ष गोपाल यादव को दी गई, जिसके बाद घटना की कड़ी निंदा करते हुए लिखित शिकायत भी सौंपी गई।
जानकारी के अनुसार, विवाद की जड़ 4 जून को हुई एक पारिवारिक मारपीट की घटना है, जिसमें खेदन यादव को आशंका है कि विधायक सैदपुर ने उनके खिलाफ पुलिस अधीक्षक से सिफारिश की है। इसी आशंका के कारण उन्होंने सार्वजनिक रूप से अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
इस प्रकरण पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक अंकित भारती ने स्पष्ट किया कि उन्होंने या उनके पिता ने किसी भी पक्ष में कोई पुलिस सिफारिश नहीं की है। विधायक ने कहा कि वह खेदन यादव को बुजुर्ग मानते हैं और हमेशा चरण छूकर अभिवादन करते हैं। उन्होंने कहा कि खेदन यादव की गाली को वह “आशीर्वाद” मानते हैं, क्योंकि उनकी मनुवादी सोच बुढ़ापे में भी नहीं बदल सकती।
विधायक ने यह भी कहा कि वह अम्बेडकरवादी और दलित समाजवादियों के आक्रोश को शांति से समझा रहे हैं और किसी भी कीमत पर पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) मोर्चा को कमजोर नहीं होने देंगे। उन्होंने भरोसा जताया कि वर्ष 2027 में समाजवादी पार्टी को बहुमत मिलेगा और भाजपा का सपना फिर टूटेगा।
उन्होंने सैदपुर संगठन के पदाधिकारियों को इस प्रकरण में संवेदनशीलता दिखाने और दलित विधायक के सम्मान की रक्षा के लिए आवाज़ उठाने हेतु धन्यवाद देते हुए कहा कि इससे समाजवादी पार्टी में दलितों और पीडीए वर्ग का विश्वास और भी मजबूत हुआ है।