वाराणसी
यूपी स्थापना दिवस एवं राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर रोटरी क्लब वाराणसी गंगा द्वारा किया गया कम्बल वितरण
रोटरी क्लब वाराणसी गंगा द्वारा द्वारा आज दिनांक 24 जनवरी सोमवार को उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस, राष्ट्रीय बालिका दिवस, चतुर्थ एवं तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों को शीतलहरी को देखते हुए कंबल का वितरण श्रीअग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज,बुलानाला में किया गया। मुख्य अतिथि रोटेरियन सुनील बंसल डिस्ट्रिक्ट गवर्नर 23 – 24 ने संबोधित करते हुए कहा कि रोटरी का उद्देश्य सेवा है, और इस कार्य में रोटरी गंगा सदैव अग्रणी रहा है, आज इस क्लब के द्वारा बच्चों को जो मेडल प्रदान किया गया है, एवं सम्मानित किया गया है, उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस भी आयोजित किया गया,सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि कराए गए एवं कंबल का वितरण जरूरतमंदों को किया गया अपने आप में बहुत बड़ी बात है, मै बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। समारोह के सम्मानित अतिथि अपर नगर आयुक्त राजेश अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस के महत्व को बताया बच्चों को सम्मानित किया उन्हें मेडल प्रदान किया, कर्मचारियों को कंबल वितरित किया एवं अपनी शुभकामनाएं अर्पित की।
दीपक अग्रवाल, चार्टर अध्यक्ष एवं संयोजकने बताया कि अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज में लगातार क्लब अनेकों कार्यक्रम आयोजित करता रहा है, उसी कड़ी में आज भी हम लोग पुनः कंबल प्रदान कर रहे हैं, यहां का एक स्वर्णिम इतिहास रहा है, यहां के बच्चों ने प्रदेश में बहुत तरक्की की है, और नाम रोशन किया है, आज उन्हें मेडल प्रदान करके बहुत खुशी हो रही है, हम लगातार यहां सेवा के कार्य चलाते रहेंगे या मैं वचन देता हूं। प्रबंधक अनिल जैन ने बताया कि रोटरी क्लब द्वारा जो सेवा कार्य किया गया है बहुत अतुलनीय है। विद्यालय परिवार हमेशा इस तरह के कार्यक्रमों को आगे से आगे बढ़ चढ़कर करता है आज इस आयोजन को रोटरी गंगा ने जो किया है उसके लिए हृदय से आभार प्रकट करते हैं। प्राचार्य श्रीमती मिथिलेश सिंह ने कॉलेज के इतिहास को बताया और बताया कि यहां 7000 बच्चे अध्ययन कर रहे हैं, जो अपने आप में एक बेमिसाल है। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष, अरविंद जैन द्वारा किया गया। धन्यवाद प्रकाश सहायक मंत्री डिग्री कॉलेज हरीश अग्रवाल द्वारा किया गया।
समारोह में रोटरी क्लब के धर्मेंद्र गोयल, प्रदीप मेहरोत्रा, अनिल चंद जैन, मनीष चौधरी, अमित सोनी, राजकुमार केसरी, राजेंद्र केसरी, पप्पू बोरा वाले, डी. चंद्रा आदि का विशेष सहयोग रहा।